वो आतंकी संगठन जो बच्चों को बनाता है अपना निशाना, स्कूलों पर हमला बोल करता है अगवा, नहीं चलता किसी का कोई पता

भारत कई दशकों से आतंक से परेशान है. भारत समेत पूरी दुनिया जानती है कि हमारे यहां आतंकी पाकिस्तान से आते हैं, लेकिन फिर भी कई मुल्क पाकिस्तान का समर्थन करने से बाज नहीं आते हैं. आतंकियों की बात करें तो वो किसी की जान लेने से परहेज नहीं करते हैं.
हालांकि, बच्चे और स्कूल ऐसे होते हैं जिनके निशाने पर आतंकी काफी कम ही होते हैं, लेकिन ऐसा भी नहीं होता कि आतंकी बच्चों की जान नहीं लेते. लेकिन, दुनिया का एक ऐसा आतंकी संगठन हैं जो आमतौर पर बच्चों को ही अपना निशाना बनाता है और फिर उन्हें अगवा करके अपने साथ ले जाता है. लेकिन यह किसी को नहीं पता कि आखिर यह संगठन इन बच्चों को कहां लेकर जाता है और इन बच्चों को बाद में क्या होता है. हम बात कर रहें हैं नाइजीरिया के आतंकवादी संगठन बोको हरम की.
बोको हरम का पूरा नाम जमात- ए-हलअस-सुन्ना लिद-दावा वल-जिहाद है, जिसका मलतब होता है 'पैगंबर की शिक्षाओं और जिहाद के प्रसार के लिए प्रतिबद्ध लोग. हालांकि, इस आतंकी संगठन धर्म ने धर्म के नाम पर नाइजीरिया और उसके आस-पास के मुल्क में जिस तरह से कोहराम मचा रखा है उसे पैगंबर की शिक्षा तो नहीं कहा जा सकता है.
इस आतंकी संगठन ने बीते शुक्रवार को ही एक स्कूल से 300 से अधिक बच्चों को अगवा कर लिया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, काटसिना में बाइक पर सवार होकर सैकड़ों हथियारबंद आतंकियों आए और उन्होंने गवर्नमेंट साइंस सेकेंडरी स्कूल पर स्कूल हमला कर दिया. आतंकियों के हमले से घबराए कई बच्चों ने आस-पास की झाडियों में छुपकर अपनी जान बचाई. शुरूआत में यह साफ नहीं था कि इन बच्चों को किसने अगवा किया है, लेकिन बाद में बोको हराम के मुखिया अबू बकर शेकाऊ ने एक वॉयस मैसेज जारी कर इस अपहरण की जिम्मेदारी ली.
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब बोको हरम ने स्कूल पर धाबा बोलकर बच्चों को अगवा किया हो. बोको हरम का चरित्र ही यह रहा है. नाइजीरिया में उसने कई बार ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया है. 4 जनवरी, 2018
को बोको हरम के आतंकियों ने योब कस्बे से 110 लड़कियों का अपहरण किया था. इससे पहले 14 अप्रैल 2014 को इस आतंकवादी संगठन ने चिबोक से 276 स्कूली छात्राओं को अगवा किया गया.
आखिर बोको हरम बच्चों को अगवा करके कहां ले जाता हैं और उनसे क्या करवाता है, इसको लेकर स्थिति ज्यादा साफ नहीं है. लेकिन कहा जाता है कि बोको हरन इन बच्चों को जंगलों में अपने कैंप में लेकर जाता है. जहां लड़कों को आतंकी बनने के लिए तैयार किया जाता है, जबकि लड़कियों को स्केस स्लेव के तौर पर इस्तेमाल करता है या फिर आतंकियों ने उनकी जबरदस्ती शादी करवा दी जाती है.
कई मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया जाता है कि बोको हरम इन बच्चों को पड़ोसी देशों से हथियारों की तस्करी करवाने में भी इस्तेमाल होता है. बता दें, नाइजीरिया का पूर्वोत्तर इलाका बोको हराम का गढ़ है. यहां पर चाड और नाइजर के साथ नाइजीरिया की सीमा लगती है.
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