अनोखा मेला: यहां गुलाल लगाकर दुल्हन को भगाकर ले जाते हैं लोग, लोग कर रहे विरोध

Bhagoria Fair: मध्य प्रदेश का एक ऐसा इलाका है जहां ऐसा मेला लगता है, जहां गुलाल लगाकर लोग दुल्हन को भगा ले जाते हैं. पश्चिमी मध्य प्रदेश के इस इलाके में आदिवासी समुदाय के बीच यह मेला काफी मशहूर है. इस मेले में शादी करने का यह अनोखा चलन है. मेले में आकर कोई भी दूल्हा अपनी दुल्हन को भगाकर ले जाता है.
ये जनजाति अपनी संस्कृति के मुताबिक हर साल भगोरिया मेले का आयोजन करती है. हर साल होली के आस-पास यह मेला शुरु होता है. मेले को आदिवासी युवक-युवतियों के 'प्रेम पर्व' के रूप में मनाया जाता है. काफी लम्बे समय से यह मेला चला आ रहा है. इस मेले का अब विरोध होना भी शुरु हुआ है. खुद भगोरिया समुदाय के लोग इस मेले का विरोध कर रहे हैं.
ये वह लोग हैं जो आज आधुनिकता की दौड़ में शामिल हो चुके हैं. समुदाय की नई पीढ़ी के युवा पारम्परिक मेलों के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं. वह कहते हैं कि मेले का गलत चित्रण का आरोप लगाते हैं. भगोरिया मेला एक हफ्ते तक चलता है. देश-विदेश के हजारों सैलानी भी इस मेले में शामिल होते हैं. हर साल हाट झाबुआ, खरगोन, धार और बड़वानी जैसे आदिवासी बहुल जिलों के 100 से ज्यादा स्थानों पर यह मेला लगाया जाता है.
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भगोरिया हाटों की ये परंपरा काफी पुरानी है. जनजातीय युवा इसमें बेहद अनूठे ढंग से अपना जीवनसाथी चुनते हैं. भगोरिया मेले में आदिवासी युवक पान का बीड़ा युवती के सामने पेश करते हैं और अपने प्रेम का इजहार करते हैं. इसके बाद उसके चेहरे पर गुलाल लगाकर उसे भगा ले जाते हैं. युवती के बीड़ा लेने का मतलब है कि युवक का प्रेम निवेदन उसने स्वीकार कर लिया है.
यह जोड़ा इसके बाद भगोरिया मेले से भाग जाता है. जोड़ा तब तक घर नहीं लौटता, जब तक दोनों के परिवार उनकी शादी के लिये राजी नहीं हो जाते. अब भगोरिया से जुड़ी कहानियों के खिलाफ आदिवासी समुदाय के पढ़े-लिखे लोग विरोध करने लगे हैं. इस पर्व को भगोरिया आदिवासियों के उल्लास का सांस्कृतिक पर्व माना जाता है.
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