बिहार टॉपर फर्जीवाड़ा: 24 नहीं 42 साल का गणेश है दो बच्चों का पिता

बिहार बोर्ड एक बार फिर सवालों के घेरे में है. पिछले साल की तरह ही इस बार भी बिहार का इंटर टॉपर घोटाला सामने आया है.
12वीं बोर्ड के आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है. बिहार बोर्ड ने गणेश कुमार का रिजल्ट भी रोक दिया है.
जानकारी के मुताबिक टीवी चैनल पर गणेश का इंटरव्यू चलने के बाद उसके दस्तावेज जांचें गए, तो उसके बैकग्राउंड के बारे में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं.
पता लगा कि गणेश कुमार के दो बच्चे हैं. एक बच्चा पांचवीं क्लास में पढ़ता है और दूसरा तीसरी क्लास में पढ़ता है. दस्तावेज के मुताबिक गणेश कुमार ने 1990 में मैट्रिक की परीक्षा दी थी और जिसके बाद 2017 में इंटर की परीक्षा दी. जांच में पता चला है कि गणेश कुमार ने गलत जन्म प्रमाण पत्र देकर दाखिला लिया था.
1990 में मैट्रिक का एग्जाम देने वाले गणेश ने 27 साल बाद 24 साल उम्र दिखाकर 12वीं की परीक्षा दी. जबकि जांच में सामने आया है कि अभी उसकी उम्र 42 साल है.
1990 में गणेश कुमार का सही नाम गणेश राम था. पिता का नाम शंकर नाथ राम है. उसकी जन्मतिथि 7 नवंबर, 1975 है.
गणेश कुमार ने 1990 में मैट्रिक की परीक्षा सीआरएस स्कूल सरिया गिरिडीह (जो अब झारखंड) में है से दी थी. इसके 25 साल बाद 2015 में गणेश राम ने अपना नाम और जन्मतिथि बदल ली. गणेश ने 2015 में अपनी जन्मतिथि 2 जून 1993 दिखाकर बिहार के समस्तीपुर से मैट्रिक की परीक्षा दी.
कौन है गणेश कुमार
गणेश कुमार झारखंड के गिरीडीह का रहने वाला है, लेकिन इंटर की पढ़ाई करने के लिए वह 250 किलोमीटर दूर बिहार के समस्तीपुर पहुंचा.
यहां उसने रामनंदन सिंह जगदीश नारायण कॉलेज में 2015 में दाखिला लिया. उसे इस साल 12वीं के रिजल्ट में म्यूजिक (प्रेक्टिकल) में 70 में से 65 अंक हासिल हुए हैं. जबकि म्यूजिक (थ्योरी) में 30 में से 18 अंक मिले हैं. उसे कुल 83 अंक मिले हैं और उसने राज्य में म्यूजिक में टॉप किया है.
बिहार इंटरमीडिएट के आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार की गिरफ्तारी के बाद शिक्षामंत्री अशोक चौधरी ने तेवर सख्त करते हुए बिहार बोर्ड और बोर्ड के अध्यक्ष पर अपनी भड़ास निकाली है.
उन्होंने कहा कि बोर्ड और बोर्ड के अध्यक्ष भी जांच के घेरे में आ गए हैं. इस मामले में सभी पहलूओं पर कड़ी जांच की जाएगी.