'पद्मावत' पर भड़की इस एक्ट्रेस ने भंसाली से क्यों कहा, 'वजाइना के बाहर भी एक जिंदगी है'

21वीं सदी में बनाई पद्मावत में भी भंसाली ने यही दिखाने की कोशिश की.
स्वरा की भंसाली से नाराजगी इस बात को लेकर है जो उन्होंने फिल्म में महिलाओं को 'वजाइना' के तौर पर सीमित कर दिया है. दरअसल, फिल्म के आखिर में रानी पद्मावती खुद को इज्जत की रक्षा के लिए जला लेती हैं. जिसे लेकर स्वरा भास्कर ने उनको ओपन लेटर लिखा है.. पढ़िए-
I loved the performances by all the actors in #Padmaavat - The film is seductive in its grandeur, scale, beauty, power of its actors’s performances, music, design, vision... and therein lies the problem! Some thoughts.. sorry abt the length 🙈🙈🙈https://t.co/0hYnvlAvAD
— Swara Bhasker (@ReallySwara) January 27, 2018

वजाइना के बाहर भी एक जिंदगी है. बलात्कार के बाद भी एक जिंदगी है. भंसाली की फिल्म ऑनर किलिंग, जौहर, सती जैसी कुप्रथाओं को महिमांडित करती है. यह फिल्म ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित है और सती और जौहर आदि कुप्रथाएं हमारे समाज का ही हिस्सा रही हैं. फिल्म की शुरुआत में सती-जौहर प्रथा के खिलाफ डिस्क्लेमर दिखा कर निंदा कर देने भर का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि इसके आगे तीन घंटे तक राजपूत आन-बान-शान का महिमंडन चलता है.'
First published: 28 January 2018, 12:46 IST