राजकुमार की न्यूटन ने कहानी के साथ पोस्टर भी किया COPY!

जब से राज कुमार राव की फिल्म न्यूटन ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई हैं वे हर दिन विवादों में फंसती नजर आ रही है. खबर थी की फिल्म न्यूटन एक ईरानी फिल्म सीक्रेट बैलेट की कॉपी है.
अब एक नया खुलासा सामने आया है. कहा जा रहा है की न्यूटन ने सत्यजीत रे की फिल्म गणशत्रु फिल्म का पोस्टर कॅापी किया है, जैसा की हम तस्वीरों में भी देख सकते हैं की न्यूटन का पोस्टर फिल्म गणशत्रु से कितना मिलता-जुलता है.
आपको जानकर हैरानी होगी की सत्यजीत रे की फिल्म गणशत्रु सन् 1990 में ऑस्कर विजेता रह चुकी हैं. इस फिल्म की कहानी रे को नॉर्वे के रंगकर्मी हेनरिक इबसन के नाटक से प्रेरित है. कहानी एक डॉक्टर की है जो अंधविश्वासों के खिलाफ लड़ता है और इसका नाम गणशत्रु पड़ जाता है.
पोस्टर की खबर से पहले चर्चा थी की न्यूटन फिल्म की कहानी सीक्रेट बैलेट नाम की एक ईरानी फिल्म से चुराई गई है. ये फिल्म साल 2001 में रिलीज हुई थी. लेकिन जब इस बारे में फिल्म न्यूटन के निर्देशक अमित मसुरकर से बातचीत की गई तो उन्होंने इस बात से साफ इनकार कर दिया. वैसे अगर इस विषय में गंभीरता से सोचा जाए तो अहम सवाल ये है कि जब 67वें बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में न्यूटन का वर्ल्ड प्रीमियर हुआ था तब इस फिल्म को इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ आर्ट सिनेमा अवॉर्ड दिया गया था. तब तो दूसरी फिल्म से इसकी समानता की कोई बात सामने नहीं आई थी. लेकिन जब से फिल्म ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई है, इसे लेकर नए-नए विवाद सामने आ रहे हैं
बता दें फिल्म न्यूटन को भारत के फिल्म फेेडेरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से 26 फिल्मों में से ऑस्कर के लिए चुना गया है. राजकुमार के अलावा पंकज त्रिपाठी, संजय मिश्रा, अंजलि पाटिल, रघुबीर यादव ने अहम भूमिकाएं की हैं.
अगर फिल्म की कहानी की बात करें तो न्यूटन एक लड़के की कहानी है जिसका नाम नूतन कुमार (राजकुमार राव) है. लेकिन अपने लड़कियों वाले नाम से परेशान होकर दसवीं के बोर्ड में अपना नाम नूतन से न्यूटन में बदल देता है. इसके बाद वो न्यूटन के नाम से मशहूर हो जाता हैं.
न्यूटन पढ़ाई कर फिजिक्स में एमएससी की डिग्री हासिल करता है. इसके बाद वे चुनाव के दौरान ड्यूटी करता है. उसे कहा जाता है की वे जंगल के नक्सल प्रभावित इलाके में जाकर वोटिंग करवाए. वहां जाने पर उसे पता चलता है कि वहां सिर्फ 76 वोटर्स हैं, लेकिन वोटिंग वाले दिन कोई नहीं आता. ऐसे में न्यूटन क्या करता है और परिस्थिति कितनी बदलती है, यही फिल्म का मेन क्लाइमेक्स है.