स्वरा भास्कर ने यौन शोषण को बताया महामारी, कहा - इसका इलाज जरूरी

MeToo अभियान के तहत महिलाओं के यौन शोषण के कई मामले सामने आ रहे हैं. जिसको लेकर एक नई बहस शुरू हो गई है. कार्यस्थल पर महिलाओं के शोषण को लेकर कई तरह की प्रतिक्रिया सामने रही हैं. महिलाओं के यौन शोषण का विरोध देखने को मिल रहा है. कई लोगों को इसके चलते अपने पद से इस्तीफा भी देना पड़ा है. अब इस मामले को लेकर अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. स्वरा भास्कर ने कार्यस्थल पर महिलाओं के शोषण को महामारी बताया है. उन्होंने कहा है कि इसका इलाज होना जरूरी है.
मीडिया खबरों के मुताबिक, स्वरा भास्कर को बॉलीवुड में यौन शोषण के मामलों को निपटाने वाली समिति में अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए स्वरा ने कहा कि "मैं सिंटा द्वारा गठित सह-समिति का हिस्सा हूं जो कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के खिलाफ इसके सदस्यों द्वारा जागरूकता वर्कशॉप आयोजित करेगा. उन्होंने कहा कि हमारे मनोरंजन उद्योग में कुल 24 यूनियन हैं और इसके पांच लाख से ज्यादा सदस्य हैं, तो हम इस मुद्दे पर इन यूनियनों के साथ काम करने की कोशिश करेंगे.

स्वरा ने कहा कि जब आप हैशटैगमीटू की कहानियां सुनते हैं तो फिर आपको अहसास होता है कि कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के मामले महामारी की तरह हैं. यह एक बीमारी की तरह है इसलिए इस सह-समिति द्वारा जागरूकता लाना बेहद जरूरी है.

आपको बता दें कि बॉलीवुड में यौन शोषण के कई मामले सामने आने के बाद 'सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन' (सिंटा) ने एक समिति के गठन का ऐलान किया है. जिसमें स्वरा भास्कर, रेणुका शहाणे और रवीना टंडन जैसी अभिनेत्रियों को सदस्य बनाया गया है. ये समति यौन शोषण के मामलों का निपटाने का काम करेगी. स्वरा मी टू मूवमेंट की शुरू से ही समर्थक रही हैं.
ये भी पढ़ें- #MeToo: सोनी राजदान भी हो चुकी है यौन उत्पीड़न का शिकार, बर्थडे पर किया चौंकाने वाला खुलासा
First published: 27 October 2018, 17:46 IST