गरीब हो गए हैं अनिल अंबानी, अदालत से बोले- जीरो हो गई है नेटवर्थ, नहीं दे सकता बकाया

ब्रिटेन की अदालत ने रिलायंस समूह (Reliance Group) के अध्यक्ष अनिल अंबानी (Anil Ambani) को छह हफ्ते में 10 करोड़ डॉलर की रकम जमा करने के आदेश दिए हैं. अदालत चीन के बैंकों की अर्जी पर सुनवाई कर रही थी. चीनी बैंकों ने इस शिकायत में अंबानी से 680 मिलियन डॉलर (68 करोड़ डॉलर ) की मांग की थी. इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक चाइना इस मामले को अदालत में लेकर गया था. इससे पहले अंबानी ने तीन चीनी बैंकों के साथ अपने विवाद में अदालत से कहा था कि उनकी नेटवर्थ जीरो है, इसलिए वह बकाया नहीं चुका सकते हैं.
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार अनिल अंबानी ने कहा था कि परिवार के लोग भी उनकी मदद नहीं कर पाएंगे. मुकदमे में बैंकों की ओर से दायर याचिका मामले में अनिल अंबानी ने कहा ''मेरे निवेश का मूल्य गिर गया है. मेरे शेयरहोल्डिंग का वर्तमान मूल्य लगभग 82.4 मिलियन डॉलर है और मेरी देनदारियों को ध्यान में रखते हुए मेरा शुद्ध मूल्य शून्य है''. मुकदमा तीन चीनी बैंकों द्वारा दायर किया गया था, जिसमें तर्क दिया गया था कि उन्होंने 2012 में आरकॉम को 925 मिलियन डॉलर का लोन दिया था.
एक रिपोर्ट के अनुसार अंबानी के एक प्रवक्ता ने कहा कि वह यूके कोर्ट के आदेश की समीक्षा कर रहे हैं और आगे क्या करेंगे इसके लिए कानूनी सलाह लेंगे. एक रिपोर्ट के मुताबिक अंबानी के वकीलों ने अदालत में कहा कि 2012 में उनके क्लाइंट के निवेश की वैल्यू 50,000 करोड़ रुपए थी, जो अब अब जीरो है. बैंकों ने अंबानी क्र दावों पर सवाल उठाते हुए कहा उनके खर्चों और लाइफस्टाइल का जिक्र किया.
उन्होंने बताया कि अनिल अंबानी के पास 11 लग्जरी कारें हैं, इसके आलावा उनके पास एक प्राइवेट जेट, यॉट और दक्षिण मुंबई के सीविंड पेंटहाउस में रेंट-फ्री एक्सेस है. 60 वर्षीय मुकेश अंबानी अनिल अंबानी के भाई हैं, जिनकी संपत्ति 56.5 बिलियन डॉलर है और वह एशिया के सबसे धनी व्यक्ति हैं.
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First published: 8 February 2020, 12:12 IST