बैंकों के मर्जर के विरोध में सड़क पर उतरे बैंक कर्मचारी

ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन के सदस्यों ने शनिवार को 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का चार बैंकों में विलय करने के केंद्र के फैसले के खिलाफ दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान सभी सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों ने सरकार के फैसले के विरोध के काले बैज पहने थे. एसोसिएशन के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा कि सरकार ने यह फैसला सही वक़्त पर नहीं लिया और इसकी समीक्षा की आवश्यकता थी.
उन्होंने आरोप लगाया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय का मतलब छह बैंकों को बंद करना होगा. मोदी सरकार ने शुक्रवार को 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का चार बैंकों में विलय कर दिया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि 10 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक, सिंडिकेट बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और आंध्रा बैंक का विलय होगा.
Delhi: Members of United Forum of Bank Unions (Delhi State) stage protest against the #BankMerger. pic.twitter.com/NTHDC72dgu
— ANI (@ANI) August 31, 2019
वेंकटचलम ने कहा, "सरकार इसे विलय कह सकती है लेकिन छह बैंक जो वर्षों से चल रहे हैं, बैंकिंग परिदृश्य से गायब हो जाएंगे." उन्होंने कहा कि जब 2008 में वित्तीय मंदी आती तो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कारण घरेलू बैंकिंग प्रणाली सुरक्षित थी.
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First published: 31 August 2019, 17:01 IST