रघुराम राजन का बड़ा बयान, बोले- गठबंधन की सरकार बनी तो अर्थव्यवस्था की रफ्तार पड़ेगी धीमी

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर और अर्थशास्त्री रघुराम राजन ने लोकसभा चुनाव 2019 के बाद बनने वाली सरकार को लेकर बड़ा बयान दिया है. पूर्व गवर्नर ने आशंका जताई है कि अगर 2019 में गठबंधन की सरकार आती है तो देश अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ सकती है. राजन का ये बयान ऐसे समय आया है जब देश भर में गठबंधन की अटकलें तेज हो रही हैं, हाल ही में ममता बनर्जी द्वारा आयोजित रैली में कांग्रेस सहित करीब 22 दलों के नेता एक मंच पर जुटे और पीएम मोदी को सत्ता से दूर करने के लिए गठबंधन की सरकार बनाने की मंशा जताई. रघुराम राजन का यह बयान पीएम मोदी के उस दावे पर सहमती लगती है, जिसमें वह कहते हैं कि देश के विकास के लिए मजबूर नहीं मजबूत सरकार की जरूरत है.
स्विट्जरलैंड के दावोस (DAVOS) में चल रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दौरान इंडिया टुडे से बातचीत में पूर्व गर्वनर ने नोटबंदी, जीएसटी और रिजर्व बैंक की स्वतंत्रता पर भी अपनी बात रखी. राजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था की चुनौतियों पर कहा कि देश में उद्योगों के अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत है. इसके साथ ही उन्होंने देश में नई सरकार को लेकर भी अपने विचार साझा किए.
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GST को बताया सही कदम, नोटबंदी अर्थव्यवस्था को झटका
मोदी सरकार के दो बड़े आर्थिक फैसलों जीएसटी और नोटबंदी पर भी पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने अपनी राय रखी. जीएसटी को रघुराम राजन ने सरकार का अच्छा कदम बताया और कहा इसका सकारात्मक परिणाम होगा लेकिन नोटबंदी के फैसले को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सेटबैक यानी झटका करार दिया.
मोदी सरकार के लिए राहत की बात
राजन का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि अब तक कांग्रेस अर्थव्यवस्था को लेकर दिए गए रघुराम राजन के बयानों को अपने हिसाब से मोदी सरकार के खिलाफ इस्तेमाल करती रही है. अब बीजेपी राजन के बयानों को ढाल बनाकर देश में अपने लिए पूर्ण बहुमत मांग सकती है. अगर देश में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलती है तो सरकार स्थिर होगी और देश हित में कड़े और बड़े फैसले ले सकती है. इसके साथ ही बहरी निवेशकों का भरोसा भी बढ़ेगा. हालांकि, ऐसी स्थिति एनडीए के लिए भी पैदा हो सकती है. अगर बीजेपी अच्छा सीट नहीं ला पाई तो उसे भी दूसरे दलों की मदद से सरकार चलाने पड़ सकती है.
First published: 24 January 2019, 11:13 IST