सोने की जगह पीतल रख कर बांटा लोन, फर्जी नामों पर करोड़ों का घोटाला

एक प्राइवेट बैंक में गोल्ड लोन के नाम पर करोड़ों के गोलमाल का मामला सामने आया है. इतना ही नहीं इस घोटाले में बैंक के ही अधिकारियों के मिली भगत की खबर है. ये खबर बाहर आने से बैंककर्मियों के बीच खलबली मच गयी है. बैंक की साख बचाने के लिए इसे रिकवरी का मामला बताकर इसे दबाने की कोशिश की जा रही है. घटना उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर की है. जहां पर बैंक अधिकारियों की मिलीभगत के साथ भारी रकम को गोल्ड लोन के नाम पर बांट कर घोटाला किया गया है.
कानपुर के सिविल लाइन्स इलाके के एक बैंक में यह गोलमाल हुआ है. खुलासा हुआ है कि करोड़ों की रकम हड़पने की ये पूरी स्क्रिप्ट बैंक के ही एक बड़े अफसर ने तैयार की थी. बैंक अधिकारी ने अपने ही बैंक के अन्य कर्मियों के साथ मिलकर फर्जी लोगों के नाम पर को गोल्ड लोन बंटवाकर सारा पैसा हड़प लिया. इस घोटाले से आये करोड़ों रुपये की राशि को बैंक अधिकारी समेत अन्य शामिल कर्मियों के बीच बांटा गया.
इस घोटाले के लिए पहले फर्जी लोगों के नाम पर बैंक में खाता खुलवाया गया फिर उसे असली दिखाने के लिए उसमें पैसे का लेनदेन भी किया गया. इसके बाद बैंक अधिकारी ने खुद ही इन नामों पर लाखों रुपये का गोल्ड लोन अप्रूव किया. इस लोन के एवज में बैंक कर्मियों ने पीतल को गोल्ड दिखाकर गिरवी रखवाया था.
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वेल्युअर के साथ भी की थी मिलीभगत
बैंक में गोल्ड लोन लेने पर पहले वेल्युअर से सोने की कीमत के बारे जानकारी ली जाती है. इसमें वेल्युअर जो कीमत लगाता है, उसी के आधार पर कस्टमर को गोल्ड के बदले लोन दिया जाता है. इस घोटाले के लिए आरोपी बैंककर्मियों ने वेल्युअर को भी अपने घोटाले में मिला लिया था. जिसके बाद वेल्युअर अपनी रिपोर्ट में पीतल को भी सोना दर्शाता था. जिससे आसानी से लोन पास हो जाता था.ये खबर कानपुर के एक लोकल समाचार आईनेक्सट के हवाले से है.