Petrol Price : पेट्रोल की कीमत नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची, सरकार एक्साइज ड्यूटी में कर सकती है कटौती

Petrol-Diesel Price: भारत में पेट्रोल की कीमतें अबतक के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गई है. गुरुवार को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 84.20 रुपये प्रति लीटर तक पर पहुंच गई हैं. 29 दिनों के लिए स्थिर रहने के बाद पेट्रोल की कीमत में गुरुवार को फिर से 23 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई. तेल कंपनियों ने बुधवार को पेट्रोल की कीमत में 26 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की थी. राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को डीजल की कीमत भी 26 पैसे प्रति लीटर बढ़कर 74.38 प्रति लीटर हो गई. दिल्ली में 4 अक्टूबर 2018 को पेट्रोल की पिछली सबसे उच्च कीमत 84 प्रति लीटर थी.
30 जुलाई 2020 को राष्ट्रीय राजधानी में डीजल की सबसे ज्यादा कीमत 81.94 प्रति लीटर थी. उच्च परिवहन ईंधन (high transportation fuel) की कीमतों ने भी सरकार पर ईंधन पर टैक्स में कटौती करने का दबाव डाला है. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आसमान छूती कीमतों के कारण सरकार जल्द उत्पाद शुल्क में कटौती कर सकती है.
उत्पाद शुल्क से केंद्र सरकार की बड़ी कमाई होती है, जिनमें से अधिकांश पेट्रोल, डीजल और कच्चे तेल से आता है. इस वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में 40 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दिखाई है. अप्रैल से अक्टूबर की अवधि में उत्पाद शुल्क से केंद्र ने 1.6 ट्रिलियन प्राप्त किये जो कि एक साल पहले समान अवधि में.1.4 ट्रिलियन थी. विश्व में तीसरे सबसे बड़े तेल आयातक भारत ने इस साल पेट्रोल और डीजल पर टैक्स में वृद्धि की थी.
एक रिपोर्ट के अनुसार बढ़ते पेट्रोल-डीजल कीमतों में सरकार राहत दे सकती है. पेट्रोलियम मंत्रालय ने ऊंची पेट्रोल, डीजल कीमतों से राहत की सिफारिश की है जिसमें एक्साइज ड्यूटी में कटौती की मांग की गई है. कहा गया है कि कोविड के दौरान जितनी एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है अगर उसमें से आधी कटौती की जाती है तो कीमतों में 5 रुपए प्रति लीटर की कमी आ सकती है. हालांकि इसका लाभ पहुचानें के लिए राज्यों को भी वैट में कटौती करनी होगी.