अनिल अंबानी ने इस अख़बार पर ठोका 5000 करोड़ की मानहानि का मुकदमा

अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप ने अख़बार नेशनल हेराल्ड के खिलाफ 5,000 करोड़ रुपये के सिविल मानहानि का मुकदमा दायर किया हैं. इसमें आरोप लगाया गया है कि राफेल सौदे पर अख़बार में प्रकाशित एक लेख अपमानजनक था. पीटीआई के अनुसार न्यायाधीश पीजे तमकुवाला ने नोटिस जारी कर इस मामले में 7 सितंबर तक जवाब मांगा है. रिलायंस डिफेंस, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर द्वारा नेशनल हेराल्ड के प्रकाशक इसके संपादक प्रभारी जफर आघा और लेखक के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है.
कंपनी ने आरोप लगाया है कि 'अनिल अंबानी ने राफेल सौदे की घोषणा करने से 10 दिन पहले ''Anil Ambani floated Reliance Defence 10 days before Modi announced Rafale deal'',नामक शीर्षक लेख में यह गुमराह किया था कि दिन की सरकार द्वारा अनुचित व्यावसायिक पक्षों को बढ़ावा दिया जा रहा है. यह रिलायंस समूह और उसके अध्यक्ष अंबानी की नकारात्मक छवि और "सार्वजनिक धारणा को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है. कम्पनी ने दावा किया कि लेख में उनकी प्रतिष्ठा को काफी नुकसान पहुंचाया गया है और 5,000 करोड़ रुपये के नुकसान की मांग की गई है.
22 अगस्त को रिलायंस समूह ने कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता और नेताओं को कानूनी नोटिस दिए थे. इससे पहले अंबानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लिखा था कि कांग्रेस इस मामले को गलत तरीके से पेश कर रही है.
रणदीप सुरजेवाला, अशोक चव्हाण, अभिषेक मनु सिंघवी, सुनील जाखड़, प्रियंका चतुर्वेदी और जयवीर शेरगिल उन नेताओं में से हैं, जिनके खिलाफ 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के संबंध में प्रेस और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में वक्तव्य देने के लिए करने के लिए नोटिस दिए थे.
राहुल गांधी को लिखे पत्र में अनिल अंबानी ने लिखा था कि भारत जो 36 राफेल जेट विमान फ्रांस से खरीद रहा है, उन विमानों के एक रुपये मूल्य के एक भी कलपुर्जे का विनिर्माण उनके समूह द्वारा नहीं किया जाएगा. इससे पहले राहुल गांधी ने आरोप लगया था कि सरकार ने इस सौदे में 'एक उद्योगपति को फायदा पहुंचाने के लिए' नियमों में बदलाव किया है.
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First published: 26 August 2018, 11:03 IST