रुपया हुआ 74 के पार, आर्थिक मंदी को रहें तैयार... महंगाई से बचा पाएगी मोदी सरकार!

रुपया में आज तक के इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. शुक्रवार को यानि आज रुपया 55 पैसे टूटकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 74.13 के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया. रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) की मौद्रिक नीति की घोषणा के तुरंत बाद घरेलू करेंसी रुपया में इतनी बड़ी गिरावट देखी गई है. रिजर्व बैंक ने अपनी नीतिगत दर (रेपो रेट, बैंक रेट) अपरिवर्तित रखने के बाद बाजार में रूपये का अवमूल्यन देखने को मिला.
मुद्रा वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जारी है जिससे कैपिटल का आउटफ्लो ज्यादा होने से चिंताएं और बढ़ गई हैं. रुपये में कमजोरी से चालू खाते का घाटा बढ़ता जा रहा है चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में चालू खाते का घाटा जीडीपी के 2.4 प्रतिशत तक पहुंच गया है.
आ सकती है आर्थिक मंदी
भारतीय रुपया में रिकॉर्ड कमजोरी के कारण शेयर और बॉन्ड आज को कमजोर हो गए, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि रिज़र्व बैंक की ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने के कारण, रुपया ज्यादा आक्रामक रूप से टूट गया. अगर ऐसे ही चलता रहा तो जबरदस्त महंगाई जल्द ही आम भारतियों के द्वार पर दस्तक देगी.
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से त्रस्त जनता को रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुओं के लिए भी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. मोदी सरकार ने अगर जनता की मुश्किलों का कोई स्थाई समाधान नहीं निकाला तो जनता महंगाई से त्रस्त हो जाएगी और ऐसे में अपने वोट से सरकार को निश्चित तौर पर जबाब देगी.
भारतीय रुपया में रिकॉर्ड कमजोरी के कारण शेयर और बॉन्ड आज को कमजोर हो गए, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि रिज़र्व बैंक की ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने के कारण, रुपया ज्यादा आक्रामक रूप से टूट गया.
First published: 5 October 2018, 16:11 IST