अब सेबी कसेगी विलफुल डिफॉल्टर्स की नकेल

बाजार नियामक सेबी ने जानबूझकर कर्ज न चुकाने वालों (विलफुल डिफॉल्टर्स) पर नकेल कसने का फैसला किया है. सेबी स्टॉक और बॉन्डों के जरिए विलफुल डिफॉल्टर्स को सार्वजनिक तौर पर धन जुटाने से रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है.
इसके अलावा सेबी ऐसे प्रवधान लाने जा रही है जिससे ऐसे विलफुल डिफॉल्टर्स सेबी की लिस्टेड कंपनियों के निदेशक मंडल में कोई पद नहीं ले पाएंगे.
पढ़ें: भारत छोड़कर जा चुके हैं विजय माल्या!
सेबी के इस कदम का सीधा असर यूबी ग्रुप के चेयरमैन और विलफुल डिफॉल्टर विजय माल्या पर भी पड़ेगा. विजय माल्या अब अपनी कंपनी में किसी भी पद के लिए योग्य नहीं रह जाएंगे.
माल्या पर अलग-एसबीआई सहित 17 अलग-अलग बैंकों का 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज बकाया है और वह देश छोड़कर ब्रिटेन चले गए हैं.
पढ़ें: विजय माल्या: एक घोषित दिवालिए को स्टेट बैंक देश छोड़ने से रोक पाएगा?
इसके साथ ही सेबी ने इस तरह के विलफुल डिफॉल्टर्स को म्युचुअल फंड और ब्रोकरेज फर्म जैसी बाजार मध्यस्थ इकाइयों को स्थापित करने से रोकेगा. सेबी के इस कदम के बाद विलफुल डिफॉल्टर्स किसी भी लिस्टेड कंपनी का नियंत्रण नहीं ले सकेंगे.
इस मामले में सेबी के निदेशक मंडल की बैठक के बाद चेयरमैन यूके सिन्हा ने बताया कि विलफुल डिफाल्टारों पर रोक लगाने संबंधी नए नियम अधिसूचित होन के बाद अस्तित्व में आएगा.
पढ़ें: 17 बैंकों ने दायर की माल्या को भारत में रोकने की याचिका
सिन्हा ने कहा कि अधिसूचना के बाद, विलफुल डिफॉल्टर्स किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में किसी तरह का कोई भी पद नहीं ले सकेंगे.