Wipro ने बदला नई नौकरियों के लिए इंटरव्यू का तरीका, ऑनलाइन होगा सारा सिस्टम

देश में बड़ी आईटी कंपनियां अब फ्रेशर की हायरिंग के लिए ऑनलाइन इंटरव्यू की दिशा में बढ़ रही हैं. देश की बड़ी आईटी कंपनी विप्रो ने इसी तरह की पहल शुरू की है. कंपनी ने इसे एलिट नेशनल लेवल टैलेंट हंट (एनएलटीएच) कहा है. कंपनी का कहना है कि वह फ्रेशर भर्ती को ज्यादा लोकतांत्रिक तरीके करना चाहती है. 140 मिनट की मूल्यांकन प्रक्रिया में उम्मीदवार की योग्यता, लिखित संचार कौशल और ऑनलाइन प्रोग्रामिंग क्षमताओं का परीक्षण करती है.
उम्मीदवार कोडिंग टेस्ट के लिए जावा, सी, सी ++ या पायथन - कई प्रोग्रामिंग भाषाओं में से एक चुन सकते हैं. इससे पहले एक रिपोर्ट में कहा गया था कि अमेज़न में अब काम करने के लिए पायथन जानना जरूरी नहीं है. आईटी कंपनियां तेजी से तकनीकी पृष्ठभूमि के बिना कर्मचारियों की तलाश कर रही हैं.
ग्लासडोर की एक नई रिपोर्ट के अनुसार 10 तकनीकी नौकरियों में से 4 से अधिक गैर-तकनीकी हैं. जबकि 57 प्रतिशत में तकनीकी स्किल जैसे 'सी++ या java की आवश्यकता होती है. ग्लासडोर ने अमेरिका की प्रौद्योगिकी कंपनियों से लाखों ऑनलाइन नौकरी पोस्टिंग का डेटा एकत्र किया.
तकनीकी भूमिकाओं को कोड, सॉफ्टवेयर या डेटा के ज्ञान की आवश्यकता के रूप में परिभाषित किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक वर्कडे, सेल्सफोर्स डॉट कॉम, वेरिज़ॉन कम्युनिकेशंस एंड इंटरनेशनल बिजनेस मशीन्स (आईबीएम) में जॉब पोस्टिंग का अधिकांश हिस्सा गैर-तकनीकी काम के लिए है.
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First published: 20 December 2018, 11:59 IST