कुमार धर्मसेना का एक और विवादित फैसला, आखिर फेक फील्डिंग पर क्यों नहीं मिले..

एशेज सीरीज के शुरूआती तीन मुकाबलों में काफी खराब अंपायरिंग देखने को मिली थी जिसके कारण ही चौथे और पांचवे मुकाबले के लिए अंपयार को बदल दिया गया था. हालांकि अंपायरों के फैसलों पर अभी भी सवाल उठ रहे है. एशेज सीरीज के पांचवे मुकाबले में दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया को फेक फील्डिंग के पांच रन अतिरिक्त मिलने थे जो नहीं मिले.
दरअसल, आईसीसी ने खिलाड़ियों द्वारा बल्लेबाज को जबरदस्ती रन आउट, थ्रो जैसे मामले में फेक फील्डिंग करने को लेकर दोे साल पहले एक नियम बनाया था. इस नियम के अनुसार अगर कोई खिलाड़ी फेक फील्डिंग करता है तो ऐसा स्थिति में विरोधी टीम को कुछ रन अतिरिक्त देने का प्रावधान किया गया.
Jonny Bairstow scared steve smith & made him dive to prevent himself from getting runout. Just one problem, bairstow did not even have the ballpic.twitter.com/L3h2wfAVZI
— RaWon (@I2hav_voice) September 14, 2019
एशेज सीरीज के पांचवे मुकाबले के दूसरे दिन जोफ्रा आर्चर की एक गेंद पर स्मिथ ने शार्ट खेला था. जिस पर वो दो रन लेने के लिए दौड़े थे. वहीं दूसरे रन लेने के दौरान जब को नॉन स्ट्राइकर एंड पर पहुंचे थे तो उस दौरान विकेटकीपर जानी बेयरस्टो ने इस दौरान नाटक किया कि गेंद उनके हाथों में आ गई है और वो स्मिथ को रन आउट कर देंगे. लेकिन गेंद बेयरस्टो के पास थी ही नहीं. जिसके बाद आईसीसी के नियम 41.5.2 के मुताबिक यह फैसला अंपायर का होता है.
वहीं इसके बाद एक बार फिर कुमार धर्मसेना के फैसले पर बहस छिड़ गई. ऑस्ट्रेलिया के फैंस इस बात पर अंपायर के फैसले का विरोध कर रहे हैं. फैंस का मानना है कि जानी बेयरस्टो ने स्मिथ को भ्रमित करने की कोशिश की थी जिस कारण ऑस्ट्रेलिया को पांच रन मिलने चाहिए थे.
First published: 14 September 2019, 16:16 IST