दक्षिण अफ्रीकी टीम में हो सकती है कई दिग्गज खिलाड़ियों की वापसी, ग्रेम स्मिथ ने किया बड़ा ऐलान

दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम (South African cricket Team) ने बीते कुछ दिनों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में काफी खराब प्रदर्शन किया है. टीम बीते साल विश्व कप (World Cup 2019) में सेमीफाइनल तक का सफर तय नहीं कर पाई थी. वहीं अफ्रीकी बोर्ड (Cricket South Africa) में भी सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा था. लेकिन स्थिति को सुधारने के लिए क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने कई अहम फैसले लिए हैं जिसमें उन्होंने पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर को टीम का हेड कोच बनाया है जबकि पूर्व कप्तान ग्रेम स्मिथ को क्रिकेट साउथ अफ्रीका का डायरेक्टर बनाया गया है. वहीं अब ग्रेम स्मिथ (Graeme Smith) ने दक्षिण अफ्रीकी टीम की सबसे बड़ी समस्या कोलपैक डील (Kolpak Deal) पर बड़ा बयान दिया है. उनके इस बयान के बाद माना जा रहा है कि अफ्रीकी टीम में कई दिग्गज खिलाड़ियों की वापसी हो सकती है.
क्या कहा है ग्रेम स्मिथ ने
ग्रेम स्मिथ ने कहा, 'कोलपैक अब खत्म होने की कगार पर है, हमारी हमेशा इच्छा रही है कि हमारे बेस्ट खिलाड़ी हमारे देश में ही रहें और खेलें. ये खिलाड़ी पर निर्भर करता है कि वो अपने करियर को लेकर क्या फैसला करता है. हम सभी खिलाड़ियों से अपील करते हैं कि वो वापस आकर घरेलू क्रिकेट खेलें और खुद को साउथ अफ्रीका की टीम में शामिल होने का मौका दें.'
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क्या है कोलपैक डील
यूरोपीय यूनियन (European Union) में शामिल किसी भी देश के नागरिक को एक देश से दूसरे देश जाने और वहां पर काम करने की आजादी होती है, जहां पर उन्हें विदेशी नहीं माना जाता है. इतना ही नहीं यूरोपीय यूनियन और वो देश जो यूरोपीय यूनियन का हिस्सा नहीं होते हैं, वो एक समझौता करते हैं जिसे यूरोपीय यूनियन एसोसिएशन एग्रीमेंट कहा जाता है. इसके समझौते के तहत ये देश एक-दूसरे के साथ फ्री ट्रेड करते हैं. ऐसे में वो देश जिनके साथयूरोपीय यूनिय एग्रीमेंट करती है, उस देश के खिलाड़ी यूरोपीय यूनियन के देशों में जाकर खेल सकते हैं और उन्हें विदेशी नहीं माना जाता है.
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दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी छोड़ देते हैं इंटरनेशनल क्रिकेट
कोलपैक डील के तहत कई दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी (South Africa Cricket Team) अपने देश का साथ छोड़ काउंटी क्रिकेट खेलने चले जाते हैं. इसके दो कारण है एक तो दक्षिण अफ्रीकी टीम में रंगभेद ना हो, इसीलिए गोरे और काले खिलाड़ियों का कोटा तय है, ऐसे में कई खिलाड़ी टीम का हिस्सा नहीं बन पाते दूसरा दक्षिण अफ्रीकी बोर्ड (South Africa Cricket Board) अपने खिलाड़ियों को उतना पैसा नहीं देता है और इंग्लैंड के मुकाबले उनकी करेंसी काफी कमजोर है. ऐसे में यह अंतर काफी ज्यादा हो जाता है. ऐसे में इस डील को साइन करने के लिए कई अफ्रीकी खिलाड़ी अपने देश का साथ छोड़ दूसरे देश के साथ खेलते के लिए चले जाते हैं.
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दक्षिण अफ्रीकी टीम को होता है नुकसान
कोलपैक डील को साइन करने के लिए कई दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी अपने देश का साथ छोड़ देते है, जिसके कारण अफ्रीकी टीम को काफी नुकसान होता है. बीते तीन सालों में ही अफ्रीकी टीम के 9 खिलाड़ियों ने अफ्रीकी टीम का साथ छोड़कर इंग्लिश काउंटी के साथ खेलने के लिए कोलपैक डील साइन की है. तेज गेंदबाज डुआन ओलिवियर, वेन पार्नेल, मॉर्ने मॉर्कल, हेइनो कुहन, मर्चेंट डी लैंग ,रिली रूसो , तेज गेंदबाज कायल एबट ने कोलपैक करार किया है.