सूर्यकुमार यादव का उदाहरण देकर पाकिस्तानी खिलाड़ी ने PCB पर किया हमला, खिलाड़ियों के देश छोड़ने पर कही ये बात

पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी दानिश कनेरिया अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं. एक बार फिर यह पूर्व खिलाड़ी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर हमलावर है. दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर यह कहकर हमला बोला है कि पाकिस्तान अपने खिलाड़ियों को दूसरे देशों को खो रहा है और बोर्ड कुछ नहीं कर रहा है. वहीं उन्होंने बीसीसीआई और सूर्यकुमार यादव का हवाला देते हुए कहा कि सूर्यकुमार यादव जैसे किसी खिलाड़ी को बीसीसीआई कभी नहीं जाने देगा.
दरअसल, हाल ही में पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज सामी असलम ने ऐलान किया था कि वो अब अपना क्रिकेट करियर अमेरिका में शिफ्ट कर रहे हैं. सामी असलम ने पाकिस्तान के लिए 13 टेस्ट और 4 वनडे खेले हैं. दानिश कनेरिया ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर इसी खिलाड़ी का उदाहरण पेश करते हुए पीसीबी पर हमला बोला है.
Sami Aslam left Pakistan will play for USA,during my playing days I was offered by 2 countries but I still went on playing for Pakistan and now this I deserve,should have taken the opportunity watch full video https://t.co/bHi4niugeD
— Danish Kaneria (@DanishKaneria61) December 5, 2020
दानिश ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा,"वह (सामी असलम) एक निरंतर खिलाड़ी था. उसके साथ अन्याय हुआ है. उसे कभी उस तरह से मौके नहीं मिले जैसे शान मसूद, इमाम-उल-हक जैसे खिलाड़ियों को मिले थे."
दानिश ने आगे कह,"यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि पीसीबी इस तरह से व्यवहार करता है कि खिलाड़ियों को अपने घर छोड़ने की जरूरत है. भारत के सूर्यकुमार यादव को न्यूजीलैंड के लिए खेलने के लिए स्कॉट स्टायरिस से एक प्रस्ताव मिला, लेकिन उनकी फ्रैंचाइज़ी उनके साथ खड़ी रही, बीसीसीआई उनके साथ खड़ी है, इसलिए वह भारत नहीं छोड़ेंगे."
दानिश ने अपने वीडियो को ट्वीट करते लिए लिखा कि उन्हें भी दो देशों ने अपने यहां से खेलने का ऑफर दिया था, लेकिन वो कही गए नहीं. दानिश ने आगे कहा,"पीछे मुड़कर देखता हूं तो लगता है कि मुझे दूसरे देश में चले जाना चाहिए था, कम से कम उनका क्रिकेट बोर्ड मेरा समर्थन तो करता."
बता दें, मैच फिक्सिंग में नाम आने के बाद दानिश को पीसीबी ने बैन कर दिया था और उसके बाद कभी उनकी वापस नहीं हो पाई. दानिश लगातार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को पत्र लिख चुके हैं कि वो खेलना चाहते हैं. लेकिन बोर्ड ने उनकी मांग पर कभी विचार नहीं किया.
First published: 7 December 2020, 17:32 IST