धोनी को मिला धोखा, इस बड़े ग्रुप पर फंसे 150 करोड़ रुपये वसूलने के लिए पहुंचे हाईकोर्ट

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने घाटे में चल रही रियल एस्टेट के कारोबारी ग्रुप आम्रपाली से 150 करोड़ रुपये की मांग की है. धोनी ने आरोप लगाया है कि ब्रांड एंबेसडर बनाने के बाद कंपनी ने उनका पेमेंट नहीं किया है. धोनी के अनुसार कंपनी के ऊपर उनका 150 करोड़ रुपए बकाया है, जिसे वसूलने के लिए अब उन्होंने हाईकोर्ट का सहारा लिया है.
बता दें कि आम्रपाली पिछले कुछ सालों से से वित्तीय संकट का सामना कर रही है और यह अपने कई हाउसिंग प्रॉजेक्ट्स पूरे नहीं कर सकी है. घाटे के चलते आम्रपाली ग्रुप की आर्थिक हालत अभी पतली है और कंपनी कई शहरों में अपने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट पूरे नहीं कर पा रही है.
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के अनुसार, धोनी के अलावा कई क्रिकेटर्स के एंडोर्समेंट संभालने वाली फर्म रिति स्पोर्ट्स ने आम्रपाली के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में बकाया रकम की वसूली से जुड़ा मामला दर्ज कराया है. रिति स्पोर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अरुण पांडे का कहना है कि "कंपनी ने ब्रैंडिंग और मार्केटिंग एक्टिविटीज के लिए पैसा नहीं दिया." पांडे के मुताबिक, रिति स्पोर्ट्स का आम्रपाली पर लगभग 200 करोड़ रुपए बकाया है.
ये भी पढ़ेंः IPL 2018: CSK को दूसरा बड़ा झटका, जाधव के बाद ये दिग्गज खिलाड़ी टीम से बाहर
हाईकोर्ट में डाली गई इस याचिका में कहा गया है कि ग्रुप ने धौनी को ब्रांडिंग और मार्केटिंग से जुड़े कार्यों के लिए भुगतान नहीं किया. धौनी ने आम्रपाली ग्रुप के ब्रांड एंबेसडर के रूप में 6-7 साल तक काम किया था. गौरतलब है कि आम्रपाली ने 2011 में क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत की जीत के बाद टीम इंडिया के प्रत्येक सदस्य को नोएडा एक्सटेंशन में आम्रपाली ड्रीम वैली प्रॉजेक्ट में एक विला तोहफे के तौर पर दिया था. धोनी को 1 करोड़ रुपये की कीमत वाला और टीम के बाकी सदस्यों को 55 लाख रुपये प्रत्येक का विला दिया गया था.
First published: 12 April 2018, 11:43 IST