जब सचिन तेंदुलकर ने गुस्से में आकर सौरव गांगुली को दी थी करियर खत्म करने की धमकी

भारतीय क्रिकेट टीम (India National Cricket Team) के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने करीब दो दशक से भी अधिक समय तक टीम इंडिया (Team India) के लिए क्रिकेट खेला है. इस दौरान सचिन तेंदुलकर ने कई कीर्तिमान अपने नाम किए है. सचिन के बनाए कई रिकॉर्ड ऐसे भी हैं जिन्हें शायद ही कोई बल्लेबाज तोड़ पाए. हालांकि, सचिन बतौर कप्तान सफल नहीं हुए. सचिन जब कप्तान रहे तक टीम इंडिया ने काफी खराब प्रदर्शन किया.
सचिन तेंदुलकर ने भारतीय टीम के लिए 98 मैचों में कप्तानी की है लेकिन उनका रिकॉर्ड यहां पर काफी खराब है. सचिन तेंदुलकर के कप्तान रहते टीम इंडिया 27 मुकाबले जीतने में सफल रही थी जबकि 52 में उसे हार का सामना करना पड़ा था. सचिन तेंदुलकर का जीत प्रतिशत 28 का रहा. लेकिन साल 1997 में वेस्टइंडीज (West Indies Cricket Team ) के खिलाफ एक हार बतौर कप्तान उनके करियर की सबसे बुरी हार में से एक है.
भारतीय टीम को उस मैच में जीत के लिए 120 रन चाहिए थे. वेस्टइंडीज के खिलाफ बारबाडोस में हो रहे इस टेस्ट मैच के तीसरे दिन तक टीम इंडिया 2 रन बनाकर खेल रही थी. बतौर कप्तान सचिन को इस मैच में जीत का इतना विश्वास था कि उन्होंने रेस्त्रां के मालिक से कहा कि वे जीत के बाद पार्टी करेंगे और इसके लिए एक शैम्पेन तैयार रखें.
हालांकि, इस रफ ट्रैक पर भारतीय बल्लेबाज जिम्मेदारी से खेलने में नाकाम रहे और कर्टली एम्ब्रोस और इयान बिशप के सामने उन्होंने सरेंडर कर दिया. इन दोनों गेंदबाजों ने तेंदुलकर की अगुवाई वाली टीम को 81 रन पर समेट दिया.
स्पोर्ट्स तक के एक वीडियो में आजतक के स्पोर्ट्स एडिटर विक्रांत गुप्ता ने बताया कि इस मैच के बाद सचिन तेंदुलर ने ड्रेसिंग रूम में सभी खिलाड़ियों को दो टेस्ट मैचों की सीरीज के बाद एक सबक दिया था. सौरव गांगुली (Sourav Ganguly), जो टीम में नए थे, वो कप्तान को सांत्वना देने गए. जब वह सचिन के पास गए, तो तत्कालीन कप्तान ने उसे अगले दिन की सुबह की दौड़ के लिए तैयार होने के लिए कहा. हालांकि, सौरव गांगुली सुबह दौड़ने के लिए नहीं पहुंचे जिसके बाद गुस्से में आकर सचिन तेंदुलकर ने उन्हें धमकी दी कि वह उन्हें वापस घर भेज देंगे और अपना करियर खत्म कर देंगे.
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