दसवां विश्व हिंदी सम्मेलन: 7 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले साल 10 से 12 सितंबर तक चले 10वें विश्व हिंदी सम्मेलन पर विदेश मंत्रालय ने सात करोड़ रुपए खर्च किए.
यह जानकारी व्हिसलब्लोअर अजय दुबे को सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत पूछे गए सवाल के जवाब से मिली. केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने इस आयोजन के लिए 10 करोड़ रुपये मंजूर किए थे.
आरटीआई जवाब में यह भी कहा गया है कि भुगतान अभी किया जा रहा है, इसलिए कुल खर्च का ब्योरा नहीं दिया जा सकता.
इवेंट मैनेजमेंट के लिए 3 करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान
मध्य प्रदेश सरकार के 'माध्यम' नामक संगठन को इवेंट मैनेजमेंट के लिए 3.30 करोड़ रुपए भुगतान किया गया. इसके अलावा आयोजन के प्रचार-प्रसार पर 68.37 लाख रुपए का अतिरिक्त भुगतान किया गया.
मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड को स्थानीय परिवहन के लिए 60 लाख रुपए और होटल के लिए 79 लाख रुपए का भुगतान किया गया.
इसके अलावा खानपान के लिए राज्य पर्यटन विकास को 1.20 करोड़ रुपए अलग से भुगतान किए गए. विदेश मंत्रालय ने उद्घाटन और समापन समारोह के लिए आयोजकों को 1.60 लाख रुपए का भुगतान किया.
आरटीआई जवाब में कहा गया है कि सम्मलेन के लिए प्रतिदिन समाचार-पत्र प्रकाशन के लिए माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय को 2 लाख रुपए दिए गए.