'पद्मावती विवाद अभिव्यक्ति की आजादी को खत्म करने की सोची-समझी साजिश'

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक फिल्म 'पद्मावती' को लेकर बड़ा बयान दिया. ममता ने इस फिल्म को होकर हो रहे विवाद की निंदा की. उन्होंने इसे अभिव्यक्ति की आजादी को खत्म करने के लिए 'दुर्भाग्यपूर्ण' और 'सुनियोजित' प्रयास बताया. उन्होंने इसे सुपर इमरजेंसी बताया.
ममता ने ट्वीट किया, "'पद्मावती' विवाद न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि हमारी अभिव्यक्ति की आजादी को खत्म करने के लिए एक राजनीतिक दल की सोची-समझी साजिश है। हम इस सुपर आपातकाल की निंदा करते हैं."
The #Padmavati controversy is not only unfortunate but also a calculated plan of a political party to destroy the freedom to express ourselves. We condemn this super emergency. All in the film industry must come together and protest in one voice
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) November 20, 2017
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि फिल्म उद्योग के सभी लोगों को एक साथ आकर एक स्वर में इसका विरोध करना चाहिए. भंसाली पर राजपूत समुदाय रानी पद्मावती को लेकर इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप है, हालांकि वह लगातार इस बात से इनकार करते आए हैं.
गौरतलब है कि फिल्म पहले एक दिसंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन फिलहाल इसकी रिलीज टाल दी गई है. फिल्म निर्माताओं को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से भी हरी झंडी नहीं दिखाई गई है. बोर्ड ने कहा है कि निर्माताओं की तरफ से किया गया आवेदन अपूर्ण है. इसके अलावा सेंसर बोर्ड के चेयरमेन प्रसुन जोशी ने इसकी मीडिया के लिए हुई प्राइवेट स्क्रिनिंग पर नाराजगी जताई थी.
First published: 20 November 2017, 17:29 IST