नूडल्स और जंग फूड खाने से बीमार पड़ सकते हैं आप, खाने से पहले जानें ये जरूरी बात

Noodles and Junk Food : आजकल लोग समय बचाने के लिए नूडल्स और जंक फूड (Noodles and Junk Food) का खूब इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि इन्हें बनाने में समय कम लगता है और ये स्वादिष्ट भी होते हैं. लेकिन इनका सेवन करते वक्त वे ये भूल जाते हैं कि ये कितने नुकसान दायक होते हैं. इन्हें खाने से हमें कई तरह की बीमारियां होने का खतरा है. सीएसई के मुताबिक, एक व्यक्ति को पूरे दिन में 2000 किलो कैलोरी की जरूरत होती है, जिसमें नमक की मात्रा 5 ग्राम, फैट 60 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट 300 ग्राम और सिर्फ ट्रांसफैट 2.2 ग्राम से अधिक होना चाहिए.
इस के मुताबिक, चिप्स, नूडल्स, पिज्जा, बर्गर और नमकीन में सबसे अधिक नमक की मात्रा पाई जाती है. इसी साल जुलाई में सीएसई ने रिपोर्ट पर काम करना शुरु किया था. जिसके लिए 33 जंक फूड्स के सैंपल लिए गए. जिनमें विभिन्न ब्रैंड के चिप्स, नमकीन, नूडल्स, सूप, बर्गर, फ्राइज, फ्राइड चिकन, पिज्जा, सैंडविच के 19 सैंपल लिए गए. यह सभी सैंपल फूड चेन और दिल्ली के रिटेल स्टोर और मार्केट आदि से लिए गए थे.
इसकी रिपोर्ट में पता चला कि ट्रांसफैट से दिल की बीमारी (Heart Dieses) सबसे अधिक बढ़ रही हैं. स्टडी में इस बात का पता चला कि सभी सैंपलों में कंपनियों ने अपने उत्पादों में ट्रांसफैट के बारे में सही जानकारियां दे थीं. फूड रेगुलेटर एफएसएसएआई ने 100 ग्राम के पैकेट बंद फूड में नमक और फैट की स्वीकृत मात्रा में बदलाव किया है.

इस सीमा से अधिक नमक और फैट होने पर पैकेट पर रेड लेबल रहेगा. रेड लेबल होने से बच्चों के खाने की वस्तु के बारे में साफ तौर पर पता होगा. यही नहीं कई कंपनी के चिप्स, नूडल्स में भी दिन भर खाए जाने वाले नमक की तुलना में ज्यादा नमक पाया गया. इस तरह के नूडल्स और जंक फूड खाने से लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं.
झड़ते हुए बाल से लेकर मुंहासों के दाग तक इन सभी समस्याओं का रामबाण इलाज है काली कलौंजी
सर्दियों में इन बीमारियों से बचने के लिए रोज करें तिल का सेवन, जोड़ों के दर्द में भी है फायदेमंद
इन गोलियों में छिपे हैं सेहत के कई फायदेमंद राज, वजन कम करने में भी लाभदायक
First published: 19 December 2019, 18:09 IST