रिपोर्ट में खुलासा : न्यूमोनिया से भारत में 2016 में मारे गए 2.6 लाख बच्चे

एक रिपोर्ट की माने तो भारत में अतिसार (न्यूमोनिया) के रोटावायरस का संक्रमण रोकने के लिए टीकाकरण अन्य देशों के मुकाबले काफी पीछे है. इसी के चलते 2016 में भारत में पांच साल के कम उम्र वाले 2.6 लाख बच्चों की मौत हो गई. इस बात का खुलासा अमेरिका स्थित ‘जॉन होपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ' द्वारा 12 नवंबर को जारी एक रिपोर्ट में किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में रोटावायर का संक्रमण रोकने के लिए टीकाकरण कार्यक्रम अच्छी तरह लागू नहीं किया गया.
जबकि भारत के मुकाबले अन्य देशों में इस टीकाकरण सकारात्मक दिशा में बढ़ा है. इस रिपोर्ट में रिपोर्ट में भारत समेत 15 देशों की स्वास्थ्य प्रणाली को यह सुनिश्चित करने में पिछड़ा बताया गया है. रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में निमोनिया और डायरिया से पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मौत के लगभग 70 प्रतिशत मामले भारत पाए गए हैं.
ये रहा पूरा आंकड़ा
रिपोर्ट के अनुसार नाइजीरिया, कांगो, सोमालिया, इंडोनेशिया, चीन, बांग्लादेश और यूगांडा में रोटावायरस कोई का वैक्सीन नहीं है. जबकि शेष 7 देशों में 58% जरूरतमंद बच्चों को ही टीका लग पाया है. 15 देशों की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ लेकिन निमोनिया और डायरिया के संक्रमण से निपटने के लिए टीकाकरण कार्यक्रम लागू अच्छे से लागू नहीं किया गया. इन देशों में भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, कांगो, इथियोपिया सबसे ऊपर हैं.
First published: 10 November 2018, 12:24 IST