एनआईए ने पकड़े 13 संदिग्ध आईएस आतंकी

खुफिया एजेंसियों की मानें तो इराक और सीरिया में तबाही फैला रहा आतंकवादी संगठन आईएस अब भारत में अपनी आतंकी गतिविधियों को अजांम देने की फिराक में है.
जांच एजेंसी एनआईए ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी के सहयोग से देश के अलग-अलग हिस्सों से 13 लोगों को हिरासत में लिया है. इन सभी संदिग्धों को देश के अलग-अलग हिस्सों से पकड़ा गया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई को गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि कल देश के छह शहरों बैंगलोर, तुमकुर, मंगलोर, हैदराबाद, मुंबई और लखनऊ के 12 अलग-अलग ठिकानों पर लोकल पुलिस की सहायता से सघन छापेमारी की गई. जिसमें सुरक्षा एजेंसियों ने इन लोगों को गिरफ्तार किया.
छापेमारी के दौरान कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी, आतंकी साहित्य, वीडियो और भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थों के बरामदगी की भी सूचना है.
गृहमंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पकड़े गये संदिग्ध देश आईएस का नेटवर्क फैलाना चाहते थे. वो ऐसी जगहों की तलाश में थे, जहां आतंकी कैंप बनाये जा सके और साथ ही ऐसे युवकों को तैयार कना इनका मकसद था जिन्हें बरगला कर आतंकी गतिविधियों में झोंका जा सके.
वो देश में अपने आतंकियों के जरिए विदेशी पर्यटकों, पुलिस अधिकारियों और विशिष्ठ व्यक्तियों को निशाना बनाने की फिराक में थे. एनआईए को इस बात की सूचना थी कि कुछ लोग देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में हैं.
पकड़े गये सभी संदिग्ध 'जानूद-उल-खलीफा-ए-हिंद' नामक संगठन से ताल्लुक रखते हैं. इस संगठन की विचारधारा भी आईएस की विचारधारा के समान है. पकड़े गये सभी संदिग्ध पहले से ही खुफिया एजेंसियों के रडार पर थे, लेकिन जब उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी हमलों को अंजाम देने की योजना बनाई, तब सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें धर दबोचा.
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार इन्हें संगठन चलाने और गतिविधियों को अंजाम देने के लिए हवाला के जरिए विदेशों से धन मुहैया कराया जा रहा था. पकड़े गये सभी संदिग्धों को दिल्ली ले आया जा रहा है, ताकि उनसे विस्तृत पूछताछ की जा सके. प्रारंभिक जांच में यह बात तो साफ है कि उनके संगठन की विचारधारा पर आईएस का काफी प्रभाव है.