बालाकोट एयर स्ट्राइक का वीडियो क्यों नहीं बना पाई थी वायु सेना, रास्ते में आया था ये रोड़ा

जम्मूू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर आतंकी हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान में घुसकर एयर स्ट्राइक की थी. एयर फोर्स ने पाकिस्तान के बालाकोट के आतंकी कैंपों पर यह एयर स्ट्राइक की थी जिसमें कई आतंकियों के मारे जाने का दावा किया गया था. हालांकि एयर स्ट्राइक की विश्वसनीयता को लेकर विपक्षी पार्टियों ने सवाल भी उठाए थे.
26 फरवरी को हुए इस स्ट्राइक का वीडियो भी बनाने में भारतीय वायु सेना नाकाम रही थी. इस कारण एयर स्ट्राइक के प्रमाण के तौर पर वायु सेना कोई वीडियो जारी नहीं कर पाई थी. अब सामनेे आया है कि वायुसेना एयर स्ट्राइक का वीडियो क्यों नहीं बना पाई थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमले के दौरान कुछ ऐसे हालात बने थे जिससे भारतीय वायुसेना टारगेट पर निशाने का लाइव वीडियो नहीं बना सकी थी. इस एयर स्ट्राइक की समीक्षा के दौरान इस बात का खुलासा हुआ है.
इसे लेकर भारतीय वायुसेना की तरफ से कहा गया है कि जब आतंकी शिविरों को सटीक लक्ष्य बनाकर बम बरसाए गए, तब इजरायली एयर-टू सरफेस मिसाइस को लॉन्च नहीं किया जा सका. इसी से लक्ष्य भेदने की प्रक्रिया का लाइव वीडियो फीड हासिल हो सकता था. भारतीय वायु सेना की तरफ से कहा गया कि हल्के बादलों की मौजूदगी ने स्पाइस 2000 ग्लाइड बमों के साथ क्रिस्टल मेज मिसाइलों की लांचिंग रोक दी थी.
वायुसेना को उम्मीद थी कि वह इस मिसाइल के जरिए हमले का वीडियो हासिल कर लेगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका. हमले के दौरान अगर बादल विलेन न बनते तो वायुसेना हमले का पूरा वीडियो हासिल कर लेती. मगर वह मिसाइल ही नहीं लांच हो सकी थी जिससे वीडियो बनाना था.