Air Strike पर खुफिया एजेंसी और वायुसेना का बड़ा खुलासा, मस्जिद को बचाकर आतंकी कैंप किए थे ध्वस्त

26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैपों पर बमबारी करके नष्ट कर दिया था. बालाकोट में हुई भारतीय वायुसेना की इस एयरस्ट्राक में टारगेट वाले स्थान पर एक मस्जिद भी थी. लेकिन वायुसेना के पायलटों ने इतना सटीक निशाना साधा कि आतंकी कैंपों के बीच मौजूद मस्जिद को बचा दिया. इस मस्जिद को हवाई हमले के बावजूद कोई नुकसान नहीं पहुंचा. इस बात की जानकारी एक रिपोर्ट से जिसे वायुसेना और खुफिया एजेंसियों ने तैयार किया में चली है.
वायुसेना और खुफिया एंजेसियों की इस रिपोर्ट में सैटेलाइट तस्वीरों को शामिल किया गया है. जिससे पता चलता है कि भारतीय लड़ाकू विमान ने जैश-ए-मोहम्मद के बहुत से उन टारगेट को नष्ट कर दिया था जो उन्हें मिले थे लेकिन वह मृतकों की संख्या को लेकर कुछ नहीं बोल रहे हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 26 फरवरी को वायुसेना ने जैश के आतंकी कैंपों पर हमले को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस हमले में जैश के कितने आतंकी मारे गए. बता दें कि 14 फरवरी को जैश के आत्मघाती हमलवार ने सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाया था. जिसमें 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे. इसका बदला लेने के लिए भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने जैश के आतंकी कैंपों पर बमबारी कर उन्हें नष्ट कर दिया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, जिन टारगेट को नष्ट किया गया है उनमें मौलाना मसूद अजहर का अतिथि गृह भी शामिल है, जिसमें उसका भाई अब्दुल रौफ अजहर और जैश के कुछ वरिष्ठ अधिकारी आमतौर पर कैंप आने पर निवास करते थे. इसमें एक हॉस्टल या मरकज था जहां जैश के आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जाता था. एयरस्ट्राइक इतनी सटीकता से की गई थी कि केंद्र में मौजूद मस्जिद को कोई नुकासन नहीं पहुंचा क्योंकि भारत उसे नष्ट नहीं करना चाहता था.
एक अधिकारी ने बताया कि जैश के आतंकियों को मरकज में हथियारों को चलाने और ट्रिगर वाले आईईडी बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है. वायुसेना के पास रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल इमेजरी के माध्यम से कुछ तस्वीरे हैं. स्ट्राइक के कई दिनों बाद की सैटेलाइट तस्वीरें दिखाती हैं कि दो टारगेट वाली इमारतों की मरम्मत की जा चुकी है.
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First published: 12 March 2019, 10:11 IST