संसद भवन में तैनात हुआ बख्तरबंद वाहन

मंगलवार से शुरू हुए संसद के बजट सत्र पर जहां पूरे देश की निगाहें जमीं थी, वहीं सांसद में अपनी सुरक्षा में तैनात एंटी टेररिस्ट वाहन को देख कर सुकून महसूस कर रहे होंगे.
डिफेंस रिसर्च एंड डवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित यह वाहन 360 डिग्री घूमने में सक्षम है. इसमें दो लोगों के बैठने की व्यवस्था है.
यह वाहन किसी भी खतरे से मुकाबले के लिए स्पेशल एंटी बैलिस्टिक मिसाइल से भी लैस है. इस मामले में सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि इसे आत्मघाती और आतंकी हमलों की स्थिति में बचाव के परीक्षण के लिए संसद में तैनात किया गया है.
यह टैंकर अपने टायर्स पर 360 डिग्री घूमता है और इसका वजन 4.5 टन है. यह अत्याधुनिक राइफल्स की फायरिंग और ग्रेनेड के हमलों को रोकने में भी पूरी तरह सक्षम है.
वहीं इसमें बैठे कमांडो बिना किसी खतरे के दुश्मनों पर गोलियां दाग सकते हैं. सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक इसे संसद भवन में इस वाहन को सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ को बतौर परीक्षण मुहैया कराया है.
इस बख्तबंद वाहन को डीआरडीओ के दिशा-निर्देशन में जयपुर की एक विशेष वाहन निर्माता कंपनी ने बनाया है. इसकी रफ्तार 25 किलोमीटर प्रति घंटा है.
यह बख्तरबंद अपनी तरह का पहला छोटा बुलेटप्रूफ वाहन है. इसके फ्रंट ग्लास भी बुलेटप्रूफ हैं. साल 2001 में हुए संसद पर आतंकी हमले के मद्देनजर डीआरडीओ ने इसे विशेष तौर पर डिजाइन किया है.