अटल बिहारी की राजनीतिक पारी का हुआ था दु:खद अंत, इस वजह से की थी सन्यास की घोषणा

भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेई की हालत नाजुक बनी हुई है. अटल बिहारी वाजपेई को 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था. उनके किडनी में इन्फेक्शन और यूरिनरी पाइप में इन्फेक्शन के कारण उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया.
पीएम मोदी समेत अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अनेक राजनीतिक पार्टियों के तमाम बड़े नेता अटल बिहारी वाजपेयी से मिलने एम्स पहुंचे.
एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया के नेतृत्व में वरिष्ठ डॉक्टरों की एक टीम उनका इलाज कर रही है. अटल बिहारी वाजपेई काफी लम्बे समय से बीमारी से लड़ रहे हैं. डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारी से भी अटल बिहारी वाजपेयी ने कभी हार नहीं मानी. लंबी बीमारी के चलते ही अटल बिहारी वाजपेयी ने 2005 में राजनीति की रहने का फैसला ले लिया था.
अटल बिहारी वाजपेयी की हालत नाजुक, इस गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं पूर्व प्रधानमंत्री