हरियाणा: अमित शाह की बाइक रैली से पहले भाजपा में घमासान

हरियाणा की खट्टर सरकार ने फ़रवरी 2016 में जाट आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा के संबंध में दर्ज सभी मामलों को वापस लेने का फैसला लिया है. कुछ दिन पहले जाट नेताओं के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री खट्टर ने ये ऐलान किया है, जिसके बाद भाजपा सांसद ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
हरियाणा के भाजपा सासंद राजकुमार सैनी ने अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की आंदोलन की चेतावनी के बीच हरियाणा सरकार द्वारा जाटों पर दर्ज 70 से अधिक केस वापस लेने पर सवाल उठाए हैं.
Preparation underway in Jind ahead of 'Yuva Hunkar Rally' of BJP President Amit Shah #Haryana pic.twitter.com/B59qO9rzoN
— ANI (@ANI) February 15, 2018
सांसद राजकुमार सैनी का कहना है कि यह बेहद संवेदनशील मामला है. सरकार को दबाव में आकर जाटों के ऊपर दर्ज केस वापस नहीं लेने चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश की अन्य 35 बिरादरी के लोगों के समक्ष सरकार के प्रति गलत संदेश जा रहा है.
बता दें कि जाटों के खिलाफ दर्ज 70 मुकदमों को वापस लेने से 822 लोगों को राहत मिलेगी. पहले भी करीब 200 मुकदमे वापस लिए जा चुके हैं. सरकार के इस निर्णय के बाद ही जाट संगठन ने आज (15 फ़रवरी) को जींद में होनेवाली रैली को वापस ले लिया था.
दरअसल इसी दिन अमित शाह जींद में ही एक बाइक रैली करने वाले हैं. जाट संगठन ने शाह की रैली न होने देने का एलान किया था, जिसके बाद सरकार को ये फ़ैसला लेना पड़ा. जाटों ने ऐलान किया था कि वे अमित शाह की रैली के दिन जींद में ट्रैक्टर रैली करेंगे. उन्हें मनाने के लिए सरकार को ये फैसला करना पड़ा.