बाढ़ पर लालू का बेतुका बयान- 'भाग्यशाली हैं कि गंगा मइया आपके घर तक पहुंच गईं'

देश के कई राज्य बाढ़ से बेहाल हैं, जिनमें बिहार भी शामिल हैं. बिहार के कई इलाकों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है, लाखों लोग बाढ़ और बारिश से प्रभावित हैं. इस बीच राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू यादव ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के दौरान अजीबो-गरीब बयान दिया है.
लालू ने बाढ़ पीड़ितों से कहा, "आप लोग तो भाग्यशाली हैं कि गंगा माई आपके घर और रसोई तक पहुंच गई हैं. आप लोग गंगाजल के लिए तड़पते थे. और जब गंगा मइया घर तक पहुंच गई है तो डर गए हैं. खैर अब गंगा मइया को पूजिए और उनसे तकलीफ नहीं देने की प्रार्थना कीजिए."
'गंगा सबको बचाएगी'
लालू यादव ने बाढ़ पीड़ितों से कहा, "हर किसी को आजकल गंगा का जल नहीं मिलता. आप लोग भाग्यशाली हैं, गंगा सबको बचाएगी. आप भाग्यशाली है कि गंगा आपके घर आई है. भगवान से मनाइए कि बाढ़ खत्म हो." लालू प्रसाद के इतना कहते ही मौके पर जमा लोग लालू की हां में हां मिलाने लगे.
उन्होंने कहा, "आप लोग हमेशा कहते रहते थे गंगा एक हाथ नीचे है, नीचे है. पांच साल से बाढ़ नहीं आया और देखिए इस साल बाढ़ आ गई. खैर, अब गंगा मइया को पूजिए और उनसे और तकलीफ नहीं देने की प्रार्थना कीजिए. गारंटी है कि वह वापस चली जाएंगी."
आरजेडी प्रमुख ने कहा कि बाढ़ से परेशान होने की जरूरत नहीं है. वो राहत सामग्री का सब इंतजाम कर देंगे. घर गिरेगा तो उसका भी मुआवजा मिलेगा. मवेशी मरेगा तो उसका भी मुआवजा सरकार देगी. पहले बाढ़ के पानी से बचने का उपाय करो. बाद में सब ठीक हो जाएगा.
बिहार में 23 लाख प्रभावित, 22 मौतें
गौरतलब है कि बिहार और उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. बिहार के 12 जिलों के लगभग 1,115 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बिहार में अब तक कम से कम 22 लोगों की मौत हुई है, जबकि 23 लाख से ज़्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
बिहार में गंगा नदी के बढ़े हुए जलस्तर और तेज जल प्रवाह के कारण नदी के किनारे बसे बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. पटना, वैशाली, भोजपुर और सारण जिला के दियारा क्षेत्र (नदी किनारे वाले इलाके) बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं.