Video: सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन को लेकर मनोज तिवारी और AAP कार्यकर्ताओं में चले मुक्के

दिल्ली के बहुप्रतीक्षित पुल सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन को लेकर राज्य बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई. मनोज तिवारी का कहना है कि उनके संसदीय क्षेत्र में होने के कारण उन्होंने सांसद बनने के बाद पुल का रुका हुआ काम फिर से चालू करवाया लेकिन उद्घाटन के लिए उन्हें नहीं बुलाया गया.
मनोज तिवारी ने कहा कि काफी सालों बाद जब मैंने इस पुल का काम दोबारा चालू करवाया तो केजरीवाल कैसे इस पुल का उद्घाटन कर सकते हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि जिस सिग्नेचर ब्रिज को लेकर मैंने दिन-रात संघर्ष किया, खजूरी खास पर अनशन किया उसी समारोह में निमंत्रण न देकर कहीं न कहीं क्षेत्र के सांसद होने के नाते मुख्यमंत्री द्वारा प्रोटोकाल का उल्लंघन किया गया है.
#WATCH BJP Delhi Chief Manoj Tiwari, his supporters and AAP supporters enter into a scuffle at the inauguration of the Signature Bridge in Delhi; Police present at the spot pic.twitter.com/NhvqxudDTT
— ANI (@ANI) November 4, 2018
तिवारी ने इससे पहले कहा था कि साल 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ तत्कालीन विधायक साहब सिंह चैहान के निमंत्रण पर ब्रिज बनाने को लेकर चर्चा की गई थी. तब इसका निर्माण 265 करोड़ रूपये की लागत से होने की योजना तैयार की गई थी लेकिन 2004 में सत्ता परिवर्तन के साथ दिल्ली की मुख्यमंत्री और केन्द्र सरकार में तालमेल की कमी के कारण इस ब्रिज का बजट बढ़कर 400 करोड़ रूपये हो गया.
वहीं साल 2009 में सांसद जेपी अग्रवाल और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की आपसी कलह की वजह से ब्रिज का कार्य अधर में लटका रहा. लेकिन साल 2014 में उत्तर पूर्व संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने जाने के बाद सिग्नेचर ब्रिज पर मेरी पहली मीटिंग तत्कालीन विधायक साहब सिंह चैहान और करावल नगर के तत्कालीन विधायक मोहन सिंह बिष्ट के साथ हुई.
तिवारी ने बताया कि इस मीटिंग में मुझे बताया गया कि गैमन नाम की कम्पनी प्रोजेक्ट छोड़कर भाग चुकी है और अब ब्रिज का बजट बढ़कर 1100 करोड़ रूपये का हो गया है. फिर रूके हुए प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए 33 करोड़ की आवश्यकता बताई गई. इस पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली में राष्ट्रपति शासन होते हुए मेरे अनुरोध पर केन्द्र सरकार ने 33 करोड़ रूपये आवंटित किए.
First published: 4 November 2018, 17:06 IST