लोकसभा चुनाव के पहले BJP ने शुरू की खिचड़ी पॉलिटिक्स, दलितों को लुभाने के लिए कर रही ये काम

देश में अब लोकसभा चुनाव के लिए कुछ ही समय शेष है. राजनीति में अहम माने जाने वाले उत्तर प्रदेश को जीतने के लिए भाजपा पूरा जोर लगा रही है. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन का ऐलान कर दिया है. इस महागठबंधन के चलते भारतीय जनता पार्टी ने सूबे के दलित वोटबैंक को आकर्षित करने के लिए खिचड़ी भोज का आयोजन करने की योजना बनाई है.
आज यानि मंगलवार से भाजपा सूबे में दलित बस्तियों में खिचड़ी भोज की शुरुआत करेगी. जानकारी के अनुसार बीजेपी का ये भोज 25 फरवरी तक चलेगा. राजनीति में वोटों की गणित देखें तो दलित वोटबैंक किंगमेकर की भूमिका निभा सकता है. बीते सालों में हुए चुनावों के आंकड़े देखें तो साल 2014 के लोकसभा और साल 2017 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को इस दलित वोटबैंक से काफी फायदा हुआ था.
मोदी सरकार और ममता के घमासान के बीच, फिर से रैली को तैयार योगी, इस नए रास्ते से पहुंचेगे बंगाल
इसी गणना के आधार पर अब बीजेपी 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर एक बार फिर से दलितों को साधने में लगी है. इसी के आधार पर अब दलितों को लेकर भाजपा सूबे के अलग-अलग मंडलों में खिचड़ी भोज कराने की योजना में है. इसके तहत 1471 तहसील मंडलों में बीजेपी ने किस खिचड़ी भोज का आयोजन क्या है. ये आयोजन बीजेपी के अनुसूचित मोर्चा द्वारा किया जा रहा है. जिसमे बीजेपी ने दलित समुदाय के साथ साथ अन्य वर्गों को भी बुलावा भेजा भेजा है.