जेएनयू मामले में केजरीवाल सरकार ने दिया मजिस्ट्रेट जांच का आदेश

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा सचिव डी राजा, जदयू सांसद के. सी त्यागी ने मुलाकात करके कन्हैया के खिलाफ पेश साक्ष्यों की प्रामाणिकता की जांच के लिए मजिस्ट्रेट जांच की मांग की.
जिसे दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने मान लिया है. जेएनयू छात्रसंघ के कन्हैया को अफजल गुरू को फांसी देने के खिलाफ जेएनयू परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के माामले में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया था. कोर्ट ने कन्हैया को 3 दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री इस मामले में कहा है कि, ' जेएनयू के मामले में तरह-तरह के दावे किये जा रहे हैं कि जेएनयू छात्र नेताओं ने भारत विरोधी नारे लगाये और इसके उलट विरोधी पक्ष दावा कर रहे हैं कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने इस घटना को अंजाम दिया है. दिल्ली सरकार ने इस मामले में सत्यता को परखने के लिए जिला मजिस्ट्रेट को जांच के आदेश दिये हैं'
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह ‘हर किसी को आतंकित करने के लिए’ पुलिस का इस्तेमाल कर रहे हैं.
हालांकि केजरीवाल ने इस बात पर भी जोर दिया कि जेएनयू कैंपस में देशद्रोही गतिविधियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और दोषियों की पहचान कर उन्हें कठोर सजा दी जानी चाहिए.
First published: 14 February 2016, 2:11 IST