facebook की नई रणनीति, बीजेपी और कांग्रेस अब नहीं फैला सकेंगी फेक न्यूज़

चुनावों के मद्देनजर फेसबुक ने फेक न्यूज़ पर निगरानी के लिए खास रणनीति बनायीं है. अब फेसबुक इस साल 20,000 कर्मचारियों को हायर कर सोशल मीडिया वेबसाइट पर पोस्ट होने वाली फेक न्यूज़ पर निगरानी रखेगा. यह संख्या पिछले साल की तुलना में दोगुनी है. फेसबुक ने यह कदम उस समीक्षा के बाद उठाया है, जिसमे पाया गया था कि रूस-आधारित इंटरनेट अनुसंधान एजेंसी (आईआरए) ने 2016 के अमेरिकी चुनावों को प्रभावित किया.
हालांकि इससे पहले फेसबुक ने फेक या दुर्भावनापूर्ण सामग्री को फ़िल्टर करना बंद कर दिया था, लेकिन अब यह सक्रिय रूप से सामग्री को जांच करने की योजना बना रहा है. इसके पीछे मकसद नकली समाचारों के माध्यम से चुनावों को प्रभावित करने से रोकना है.
फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने अमेरिका के सीनेट के वाणिज्य और न्यायपालिका समितियों से कहा कि आईआरए ने 470 फेसबुक अकाउंट्स के जरिये विज्ञापनों और झूठी जानकारी चलाकर हिलरी क्लिंटन को 2016 के चुनावों में हारने में मदद की थी. उन्होंने कहा की यह सामग्री 157 मिलियन (15 करोड़ 70 लाख) अमरीकी लोगों द्वारा देखी गई थी.
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार भाजपा ने 2016-17 में चुनाव प्रचार में 606.74 करोड़ खर्च की गई खर्च की. इसकी तुलना में इस अवधि में कांग्रेस ने इसके लिए 149.65 करोड़ रुपये खर्च किए. इस अवधि में बीजेपी ने 10 में से पांच राज्यों में चुनाव जीते. असम, गोवा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मणिपुर पांच राज्यों में बीजेपी ने औसत चुनाव प्रचार के साथ 60.67 करोड़ रुपये का खर्च किया.
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दूसरी ओर चुनाव प्रचार पर कांग्रेस का औसत खर्च लगभग 15 करोड़ था और 2016-17 में उसने दो राज्यों के चुनावों में पुदुचेरी और पंजाब जीत दर्ज की. बीजेपी और कांग्रेस ने 2016-17 में प्रशासनिक खर्च पर 69.78 करोड़ रुपये और 115.65 करोड़ रुपये खर्च किए.
First published: 11 April 2018, 16:48 IST