Farm Bill 2020: पंजाब में किसानों ने रेल रोको आंदोलन 29 सितंबर तक बढ़ाया

Farm Bill 2020 : पंजाब में रेल रोको किसानों का आंदोलन, जो 26 सितंबर को समाप्त होने वाला था, शुक्रवार को किसान मजदूर संघर्ष समिति के राज्य सचिव सरवन सिंह पंढेर ने तीन दिनों के लिए बढ़ा दिया है. किसानों द्वारा बुलाई गई हड़ताल के बाद रेलवे ने 24 से 26 सितंबर तक फ़िरोज़पुर डिवीजन से चलने वाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है. यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे संपत्ति की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया. पंढेर ने कहा "27 सितंबर को महिला समूहों के सदस्य विरोध में शामिल होंगे, जबकि 28 सितंबर को भगत सिंह की जयंती के मौके पर युवा विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे."
उन्होंने कहा, "हम राजनीतिक दलों के किसी भी नेता को विरोध स्थल पर किसानों को संबोधित करने की अनुमति नहीं देंगे. हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक कि हाल ही में पारित किए गए कृषि बिलों को वापस नहीं लिया जाता है,". हरियाणा और ओडिशा सहित देश के विभिन्न हिस्सों में बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन देखा गया है. 17 सितंबर को SAD नेता और लोकसभा सांसद हरसिमरत कौर बादल ने तीन विधेयकों के विरोध में प्रदर्शन करते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था.
केंद्र का कहना है कि ये बिल छोटे और सीमांत किसानों को मंडियों के बाहर उपज बेचने और कृषि-व्यवसाय फर्मों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर करने और प्रमुख वस्तुओं पर स्टॉक-होल्डिंग सीमाओं को दूर करने में मदद करेंगे. किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने शनिवार को कहा "हमने 29 सितंबर तक रेल रोको आंदोलन को को बढ़ा दिया है और सोमवार को हम बैठक के दौरान भविष्य के बारे में फैसला करेंगे." उन्होंने कहा कि राज्य के माजा और मालवा बेल्टों की प्रतिक्रिया से प्रसन्न होकर रेल आंदोलन को दोआबा बेल्ट में भी चलाया जायेगा.
कार्यकर्ता अपना विरोध दर्ज कराने के लिए जालंधर, बटाला, टांडा और मुकेरियां जंक्शनों पर रेल पटरियों पर बैठेंगे. गुरुवार से सतनाम सिंह पन्नू के नेतृत्व में फ़िरोज़पुर के बस्ती टांका वाला में करोड़ों समिति समर्थक डेरा डाले हुए हैं. कार्यकर्ताओं ने फिरोजपुर छावनी स्टेशन के पास धरना स्थल पर टेंट लगा दिया है. भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहन) ने भी शनिवार को बठिंडा में पटरियों को बंद करके विरोध प्रदर्शन शुरू करने की घोषणा की.
फिरोजपुर रेलवे डिवीजन, जिसने 24 से 26 सितंबर तक किसानों के तीन दिवसीय रेल रोको विरोध के मद्देनजर पंजाब में 28 यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया था, शनिवार शाम को सेवाओं को फिर से शुरू करेगा. अमृतसर किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव ने कहा कि किसान रेलवे ट्रैक पर अपने कपड़े उतारकर प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि मोदी सरकार कृषि बिल को वापस लें. कल अकाली दल ने अपने प्रदर्शन में मोदी सरकार और कृषि बिल के खिलाफ कुछ नहीं बोला. वे अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं कर रहें,वे राजनीति कर रहे.
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