Flashback 2018 : 2018 के इन विधानसभाl चुनावों ने कर दिया तख्तापलट, 'मोदी-शाह' को लगा बड़ा झटका

देश में इस साल सबसे बड़ी राजनैतिक हलचल हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों से रही. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को 2014 के बाद सबसे बड़ी हार का सामना इन पांच राज्यों में करना पड़ा. पांचों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी को जनता ने सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. दो राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है. तेलंगाना में केसीआर की पार्टी टीआरएस ने जीत हासिल की है तो वहीं मिजोरम में जीत एमएनएफ के खाते में आयी है.
भाजपा के लिए ये 2004 के बाद की सबसे बड़ी हार मानी जा रही है. इसी के साथ भारतीय जनता पार्टी के चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह की चुनावी नीतियों पर भी सवाल उठ रहे हैं. हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि अमित शाह की रणनीति फेल हुई है. लेकिन इस बार के विधानसभा चुनावों को लेकर जिस तरह का कॉन्फिडेंस अमित शाह ने पार्टी और देश को दिखाया था वो धारा रह गया है. बीजेपी इस बाद पांच राज्यों में से एक को भी बचाने में सफल नहीं हो पाई है.
राजस्थान
राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटों में से 199 सीटों पर 7 दिसंबर को वोटिंग हुई थी. इसके लिए राजस्थन में करीब 20 हजार सरकारी कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया गया था. राजस्थान में बीजेपी को सत्ता से हाथ धोना पड़ा. वहीं कांग्रेस सत्ता में वापसी करने में कामयाब रही.
मध्य प्रदेश
शिवराज सिंह के नेतृत्व वाली बीजेपी की सत्ता भी इस बार हाथ से फिसल गई. एमपी में 15 सालों का लंबा वनवास झेल चुकी कांग्रेस ने दमदार वापसी करके सरे राजनैतिक समीकरणों को पलट क्र रख दिया.
छत्तीसगढ़
इस राज्य में भी कांग्रेस 15 सालों बाद छत्तीसगढ़ में दमदार वापसी कर सकती है. 2013 में यहां भाजपा को 49, कांग्रेस को 39 और 1-1 सीट बसपा और निर्दलीय को मिली थी.
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तेलंगाना
तेलंगाना में विधानसभा की 119 सीटें हैं. यहां पर भी भारतीय जनता पार्टी के हाथों में हार आई. तेलंगाना में केसीआर की पार्टी टीआरएस ने जीत हासिल की है.
मिजोरम
देश में मिजोरम बीजेपी के लिए इसलिए भी जरुरी है क्योंकि यहां पर नार्थ ईस्ट में एकलौता ऐसा राज्य है जहां पर बीजेपी सत्ता में नहीं है. मिजोरम में विधानसभा की 40 सीटें हैं. राज्य में बीजेपी इस बार भी एंट्री करने में असफल रही. मिजोरम में जीत एमएनएफ के खाते में आयी है.
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लेकिन इस साल की शुरुआत इस भारतीय जनता पार्टी के लिए ऐसी नहीं थी. साल की शुरुआत में हुए चुनावों में बीजेपी ने जीत हासिल की थी. जिसने देश में बीजेपी की सम्पूर्ण सत्ता के सपने को बल दिया था. पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया था.
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वहीं कर्नाटक में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी.एस.येदियुरप्पा ने एक बार फिर शिकारीपुर सीट पर जीत दर्ज की थी. इस सीट पर यह उनकी आठवीं जीत भी है. बता दें वे 1983 से लगातार आठवीं बार इस सीट से जीते हैं. वहीं सिर्फ एक बार 1999 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था.
First published: 13 December 2018, 15:13 IST