भारत-चीन विवाद: चीनी सेना के घुसपैठ पर कांग्रेस का निशाना- मोदी जी की लाल आंख कब दिखेंगी?

India China Faceoff: भारत और चीन की सेना के बीच 29-30 अगस्त की रात एक बार फिर झड़प हुई है. इस बार पैंगॉन्ग झील के दक्षिणी तट पर दोनों सेनाओं के बीच झड़प हुई है. चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी, इसके बाद भारतीय जवानों ने उन्हें खदेड़ दिया है. 15-16 जून की रात के बाद ये दोनों सेनाओं के बीच बड़ी झड़प है.
चीनी सेना की घुसपैठ की कोशिशों के बीच कांग्रेस पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस पार्टी ने पूछा है कि मोदी जी की लाल आंख कब दिखेगी. कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने ट्वीट किया, "देश की सरज़मीं पर क़ब्ज़े का नया दुस्साहस ! रोज़ नई चीनी घुसपैठ. पांगोंग सो लेक इलाक़ा, गोगरा व गलवान वैली, डेपसंग प्लैनस, लिपुलेख, डोका लॉ व नाकु लॉ पास. फ़ौज तो भारत मां की रक्षा में निडर खड़ी हैं, पर मोदी जी की 'लाल आंख' कब दिखेंगी?"
देश की सरज़मीं पर क़ब्ज़े का नया दुस्साहस !
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 31, 2020
रोज़ नई चीनी घुसपैठ........
पांगोंग सो लेक इलाक़ा,
गोगरा व गलवान वैली,
डेपसंग प्लैनस,
लिपुलेख,
डोका लॉ व नाकु लॉ पास।
फ़ौज तो भारत माँ की रक्षा में निडर खड़ी हैं,
पर मोदी जी की “लाल आँख” कब दिखेंगी?#IndiaChinaBorderTension pic.twitter.com/oU2mPPAiHN
इसके अलावा कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने भी ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट किया, "अन्य मुद्दों को लेकर बीजेपी सोशल मीडिया पर डिफेंड करने के लिए ओवर एक्टिव मोड में आ जाती है लेकिन चीन के मुद्दे पर स्लीप मोड में. इन मुद्दों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कब होगी? किस कारण से चीन में घुसपैठ हुई? यथास्थिति कब बहाल होगी? बेदखल करने के लिए क्या कदम उठाए गए? चीन का नाम लेने से क्यों डरती है सरकार?"
बता दें कि भारतीय सेना ने जानकारी दी कि 29-30 अगस्त की रात भारत और चीनी सैनिकों के बीच पैंगॉन्ग झील के दक्षिणी तट पर झड़प हुई. दरअसल, चीनी सैनिकों ने बातचीत से विपरीत जाकर अपना मूवमेंट आगे बढ़ाया. चीनी सैनिकों की गतिविधियों का भारतीय सेना ने पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर विरोध किया. भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को आगे नहीं बढ़ने दिया.
अभी तक के रिपोर्ट में किसी भी तरफ के किसी जवान के हताहत होने की कोई खबर सामने नहीं आई है. भारत सरकार के बयान में कहा, "29/30 अगस्त की रात में, चीनी सैनिकों ने पूर्व में बनी सहमति का उल्लंघन किया." पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चीन की सेना हथियारों के साथ आगे बढ़ी. इसके बाद भारतीय सेना ने न सिर्फ उन्हें रोका, बल्कि खदेड़ दिया.
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पीआईबी ने बताया कि इस झड़प के बाद घटना वाली जगह पर भारत ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है. सेना के पीआरओ ने बयान में कहा कि भारत की सेना बातचीत के जरिए शांति स्थापित करना चाहती है, लेकिन देश की रक्षा के लिए भी उतनी ही संकल्पबद्ध है. पैगोंग का दक्षिणी किनारा चुशूल सेक्टर के नाम से जाना जाता है. कई दौर की बातचीत के बाद भी पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच तनाव कम नहीं हो रहा है.
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First published: 31 August 2020, 13:47 IST