दुनिया भारत के कदमों में, इसरो ने 100वां उपग्रह लॉन्च कर कायम किया रिकॉर्ड

भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान में एक बड़ी सफलता कायम करते हुए श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र से अपना 100वां उपग्रह लॉन्च किया. इसके जरिये इसरो ने एक साथ 31 सैटलाइट लॉन्च किए. पीएसएलवी सी-40 रॉकेट के जरिए लॉन्च किए गए 31 सैटलाइट्स में 28 विदेशी और 3 स्वदेशी उपग्रह शामिल हैं. साथ ही इसमें कनाडा फिनलैंड, फ्रांस, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और अमेरिका के उपग्रह शामिल हैं.
अर्थ नैविगेशन के लिए प्रक्षेपित किया जा रहा 100वां सैटलाइट कार्टोसेट-2 सीरीज मिशन का प्राथमिक उपग्रह है. इसके साथ सह यात्री उपग्रह भी है, जिसमें 100 किलोग्राम के माइक्रो और 10 किलोग्राम के नैनो उपग्रह भी शामिल हैं. कार्टोसेट-2 सीरीज के इस मिशन के सफल होने के बाद धरती की अच्छी गुणवत्ता वाली तस्वीरें मिल सकेंगी. इन तस्वीरों का इस्तेमाल सड़क नेटवर्क की निगरानी, अर्बन ऐंड रूरल प्लानिंग के लिए किया जायेगा .
Indian Space Research Organisation successfully launches 100th satellite ‘Cartosat-2’ series from Satish Dhawan Space Centre at Sriharikota pic.twitter.com/8vUwHlhtuH
— ANI (@ANI) January 12, 2018
भारत ने पीएसएलवी के अविष्कार के साथ एक ऐसी ताकत पायी है जो इससे पहले रूस और अमेरिका के ही पास थी. पीएसएलवी के जरिये अब तक दुनिया के 20 देशों के लगभग 57 से भी ज्यादा उपग्रहों को अंतरिक्ष ने भेजा जा चुका है.
अंतरिक्ष विज्ञान के जानकारों की माने तो इसरो के जरिये उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजना अन्य देशों की तुलना में सस्ता और विश्वसनीय है. जहाँ के उपग्रह को अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करने के लिए अमेरिका या रूस से 25 हजार डॉलर की लागत आती है वहीँ इसरो इसे मात्र 12 हजार डॉलर में भेज देता है. जिससे दुनिया भर की गूलग जैसी प्राइवेट कंपनियों के लिए इसरो पहली पसंद बनता जा रहा है.
First published: 12 January 2018, 9:57 IST