इतिहास में पहली बार वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट की जज बनेंगी ये महिला

भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब किसी महिला वकील को सीधे सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया जायेगा. सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम ने एक अहम फैसला लेते हुए वकील इंदु मल्होत्रा के नाम की सिफारिश जज के रूप में की है.
इंदु मल्होत्रा 2007 में वरिष्ठ अधिवक्ता नियुक्त की गई थीं. गौरतलब है कि आज तक हाईकोर्ट के जस्टिस को ही सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के रूप में पदोन्नत किया जाता था. लेकिन इंदु मल्होत्रा को सीधे वकील से शीर्ष अदालत में जस्टिस के रूप में नियुक्त किया जायेगा.
मल्होत्रा देश के उच्च न्यायलय में जज के तौर पर नियुक्त होने वाली सातवीं महिला होंगी. इससे पहले उच्च न्यायलय में जस्टिस फातिमा बीवी पहली महिला थी जिन्हें जज नियुक्त किया गया था. इसके अलावा न्यायमूर्ति सुजाता वी मनोहर, न्यायमूर्ति रूमा पाल, न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा और न्यायमूर्ति रंजना प्रकाश देसाई और न्यायमूर्ति आर भानुमति सुप्रीम कोर्ट की जज रह चुकी है.
सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम समिति ने कॉलेजियम ने मल्होत्रा के साथ-साथ उत्तराखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस केएम जोसेफ के नाम की पदोन्नति के लिए भी सिफारिश की है. जस्टिस जोसेफ उस पीठ का हिस्सा थे, जिसने 2016 में उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के फैसले को रद्द कर दिया था.

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति कॉलेजियम सिस्टम से होता है. कोलेजियम की अध्यक्षता भारत के मुख्य न्यायाधीश करते हैं. इसमें सुप्रीम कोर्ट के 5 वरिष्ठ न्यायाधीश जजों के नाम सुझाते हैं.
First published: 12 January 2018, 11:43 IST