कभी आतंकी रहे नजीर वानी ने ज्वाइन की सेना और साथी आतंकियों का कर दिया सफाया, मिलेगा अशोक चक्र

कभी आतंक की राह चुन मासूम लोगों को मौत की घाट उतारने वाले नजीर वानी ने दहशतगर्दी का रास्ता छोड़ भारतीय सेना मेंं शामिल होकर वतन की सेवा करने की ठानी. फिर नजीर ने सेना की वर्दी पहन मुश्किल ऑपरेशन में हिस्सा लिया और आतंकवादियों से जमकर लोहा लिया. साल 2018 के नवंबर महीने में कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों से लड़ते हुए वह शहीद हो गए.
आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद हुए 34 राष्ट्रीय राइफल्स के लांस नायक नजीर वानी को मरणोपरांत अशोक चक्र से नवाजा जाएगा. गणतंत्र दिवस समारोह में यह सम्मान उनके परिजनों को दिया जाएगा. नजीर वानी कश्मीर में आतंकियों का साथ छोड़कर सेना में शामिल हुए थे.
नजीर वानी ने साल 2004 में आत्मसमर्पण किया था. इसके थोड़े समय बाद ही नजीर ने भारतीय सेना ज्वॉइन कर ली थी. इसके बाद इस बहादुर जवान ने आतंकवादियों से लड़ते हुए नवंबर, 2018 में अपनी जान वतन के नाम कुर्बान कर दी थी.