मशहूर तिरुमाला मंदिर में 44 गैर हिन्दू कर्मचारियों की नौकरी क्यों विवादों में है ?

आंध्र प्रदेश के तिरुमाला स्थित भगवान वेंकटेश्वर के तिरुपति बाला जी मंदिर में काम करने वाले 44 गैर हिंदू कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है. एक रिपोर्ट के अनुसार हालही में इन कर्मचारियों की नियुक्ति इसलिए विवादों के घेरे में आ गई थी क्योंकि यहाँ के नियमों के अनुसार किसी गैर हिन्दू को नौकरी नहीं दी जा सकती है. हालाँकि कहा जा रहा है कि इन कर्मचारियों को निकाला नहीं जायेगा , बल्कि दूसरे विभागों ने नौकरी दी जाएगी.
मंदिर में गैर हिन्दुओं के नौकरी करने का मामला तब विवादों में आया जब मंदिर की एक महिला कर्मचारी का कथित तौर पर एक वीडियो समाने आया. इस वीडियो में महिला चर्च में प्रार्थना करते देखी गई थी. बाद में इस महिला की पहचान मंदिर की डिप्टी एक्जिक्यूटिव स्नेह लता के तौर पर हुई थी.
तिरुपति बाला जी को दुनिया का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है। यहां हर रोज करोड़ों का चढ़ावा आता है और हीते ही साल मंदिर समिति ने 2,780 किलोग्राम सोना 12 साल के लिए बैंक में जमा कराया था. मंदिर की कुल संपत्ति 50 हजार करोड़ से अधिक है.
महिला कर्मचारी स्नेह लता की नियुक्ति यहाँ 1986 में हुई थी, जबकि 1989 तक इस मंदिर में गैर हिन्दुओं को नौकरी पर न रखने का कोई नियम नहीं था. साल 2007 के बाद यहाँ गैर हिन्दुओं को नौकरी पर न रखने का प्रावधान किया गया था.
इस वीडियो के सामने आने के बाद हिन्दूवादी संगठनों ने मांग की कि सभी गैर हिन्दू कर्मचारियों को मंदिर से निकाला जाए। मंदिर में 44 गैर-हिन्दू पुरुष व महिलाएं काम करती हैं। इनमें से 39 को साल 1989 से 2007 के बीच नियुक्त किया गया था.