शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती को कांची पीठ में दी गई महासमाधि, विजयेंद्र होंगे नए शंकराचार्य

तमिलनाडु में कांचीपुरम मठ के 82 साल के शंकराचार्ज जयेंद्र सरस्वती को वैदिक मंत्रोचार के साथ महासमाधि दी गई. जयेंद्र सरस्वती को अंतिम प्रक्रिया के बाद उनके गुरु चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती स्वामिगल के बगल में महासमाधि दे दी गई.
शंकराचार्ज जयेंद्र सरस्वती को महासमाधि से देन से पहले परंपरागत तरीके से पूजा-पाठ और सभी जरूरी संस्कार पूरे किए गए. सरस्वती 69वें शंकराचार्य और देश के सबसे बड़े कांची कामकोटि के शंकराचार्य थे. इस पीठ की स्थापना पांचवीं शताब्दी में आदि शंकराचार्य ने की थी. शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती को 22 मार्च, 1954 को श्री चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती स्वामिगल का उत्तराधिकारी घोषित किया गया था.
Kanchipuram: Tamil Nadu governor Banwarilal Purohit pays tribute to Kanchi Sankara Mutt head #JayendraSaraswathi who passed away yesterday. pic.twitter.com/X6DZ87Mudb
— ANI (@ANI) March 1, 2018
देश के सबसे ताकतवर संत माने जाने वाले शंकराचार्य की महासमाधि की प्रक्रिया गुरुवार सुबह शुरू की गई. इस मौके पर देशभर से नामी संत और मठ के लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे. जानकारी के मुताबिक करीब एक लाख लोगों ने उनके दर्शन किए. तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित भी शंकराचार्य के दर्शन करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
एसे दी गई महासमाधि
किसी के पार्थिव देह को दफनाने की प्रकिया जिसे वृंदावन प्रवेशम कहा जाता है. शंकराचार्य को महासमाधि देने की शुरुआत अभिषेकम (स्नान) के साथ शुरू हुई. अभिषेकम के लिए दूध और शहद जैसे पदार्थों का उपयोग किया गया.
अभिषेकम की प्रक्रिया उनके उत्तराधिकारी श्री विजयेंद्र सरस्वती तथा परिजनों की मौजूदगी में पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मठ के मुख्य प्रांगण में हुई. मठ के एक अधिकारी ने कहा, "जयेंद्र सरस्वती का पार्थिव शरीर बाद में वृंदावन उपभवन ले जाया गया. वहीं उनके पूर्ववर्ती श्री चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती के अवशेष वर्ष 1993 में रखे गए थे."
First published: 1 March 2018, 13:12 ISTTamil Nadu: Last rites ceremony of Kanchi Sankara Mutt head #JayendraSaraswathi begins in Kanchipuram. He had passed away yesterday. His successor Vijayendra Saraswati Swamigal (on right) present. pic.twitter.com/1vngSFBJdV
— ANI (@ANI) March 1, 2018