लैपटॉप-मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर के साथ इस राज्य के 4775 स्कूल होंगे हाईटेक

यूं तो देश के तमाम राज्यों में शिक्षा का स्तर काफी बदहाल है. लेकिन एक राज्य ऐसा भी है जो जमाने से कदम मिलाते हुए अपने स्कूलों को हाईटेक बनाने में जुटा हुआ है. हालांकि इस राज्य में शिक्षा का स्तर पहले से ही ऊंचा है.
केरल में करीब 4,775 स्कूलों की 45,000 क्लासेज अगले वर्ष मार्च तक हाईटेक हो जाएंगी. इन कक्षाओं में 60,250 लैपटॉप और 43,750 मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर लगाए जाएंगे. केरल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड टेक्नोलॉजी फॉर एजुकेशन (केआईटीई) के उपाध्यक्ष के अनवर सादत ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि सफल बोली लगाने वालों को गुरुवार को 60,250 लैपटॉप और 43,750 मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर दिए जाने के आदेश दे दिए गए हैं.
सादत ने कहा, "इन्हें तीन चरणों में जनवरी, फरवरी और मार्च में वितरित किया जाएगा." उन्होंने कहा कि इस परियोजना की अनुमानित लागत 493.50 करोड़ रुपये है. हालांकि, टेंडर के बाद कर को हटाकर अंतिम मूल्य के रूप में 228.04 करोड़ रुपये प्राप्त हुए.
लैपटॉप में फ्री और ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर (एफओएसएस) वाला ऑपरेटिंग सिस्टम पहले से मौजूद होगा. हर मशीन में 1.50 लाख रुपये का अतिरिक्त खर्च आएगा. इस पहल के माध्यम से राज्य खजाने के 900 करोड़ रुपये को बचाया जा सकेगा.
सादत ने कहा, "देश में पहली बार, इन लैपटॉप और प्रोजेक्टर पर 5 साल की वारंटी होगी. विद्यालयों पर इन मशीनों के रखरखाव की जिम्मेदारी नहीं होगी."
सादत ने आगे कहा, "विद्यालयों द्वारा की गई शिकायतों के निवारण के लिए केआईटीई कॉल सेंटर और वेब पोर्टल स्थापित करेगी. अगर विद्यालय द्वारा बताई गई किसी भी समस्या का समाधान निर्धारित समय के भीतर नहीं किया गया, तो संबंधित कंपनियों पर प्रतिदिन 100 रुपये के हिसाब से जुर्माना लगाया जाएगा."
(आईएएनएस इनपुट के साथ)