2019 चुनाव की हुंकार, मोदी सरकार के खिलाफ एक बार फिर ताकत दिखाएगा विपक्ष

देश के पांच विधानसभा में हुए चुनाव में मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करने के बाद अब एक बार फिर से मोदी लहर को रोकने के लिए विपक्ष एक साथ आ गया है. 2019 के लोकसभा चुनावों का सेमी-फाइनल माना जा रहा ये 2018 का विधानसभा चुनाव मोदी सरकार के लिए बहुत अच्छी खबर लेकर नहीं आया है. अब इसके बाद एक बार फिर से लोकसभा चुनाव 2019 के फाइनल चुनावी रण के लिए पूरा विपक्ष एकजुट हो गया है.
तीन राज्यों में कांग्रेस की वापसी के साथ ही एक बार फिर से विपक्ष को एकजुट होना है. इसके पहले इसी साल कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में पूरा विपक्ष एक साथ दिखा था. अब एक बार फिर से तीन राज्यों में कांग्रेस के राजतिलक के मौके पर विपक्ष 2019 लोकसभा चुनाव के लिए हुंकार भरेगा. 17 दिसबंर को इन तीनों राज्य, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के मुख्यमंत्री शपथ लेंगे. इस मंच से एक बार फिर महागठबंधन की ताक़त देखने को मिलेगी.
कौन कौन होगा शामिल
इस समारोह में कांग्रेस पार्टी से शरद पवार, डीएमके चीफ एमके स्टालिन इनके साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती एक साथ जुटेंगी. वहीं आम आदमी पार्टी से अरविन्द केजरीवाल, पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी भी शामिल होंगी.
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इस बार के विधानसभा चुनाव में तीन राज्यों में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस धमाकेदार वापसी के साथ बहुमत की सरकार बनाएगी. राजस्थान में सीएम पद की कमान अशोक गहलोत के हाथ में दी गई हैं. वहीं युवा सोच और ऊर्जावान नेता सचिन पायलट उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. मध्य प्रदेश में कमलनाथ के हाथों में राज्य के मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपी गई है. ऐसा कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनावों में मोदी की जीत की लहर रोकने के लिए सारा विपक्ष एक साथ आ गया है.
प्रधानमंत्री उम्मीदवार का नाम साफ़ नहीं
पीएम मोदी की विजय श्रृंखला को तोड़ने के लिए विपक्ष पूरा शक्तिप्रदर्शन करने को तैयार है. हालांकि अभी तक महागठबंधन में पीएम के चेहरे पर कोई सहमति नहीं बन पाई है. इन विपक्ष के नेताओं का कहना है कि अभी हमारा उद्देश्य 2019 में मोदी सरकार को रोकना है. पीएम चेहरे की घोषणा बाद में सभी पार्टियों के साथ विचार विमर्श के बाद की जाएगी.