मरहूम शायर निदा फाजली को मिलेगा मौलाना अबुल कलाम आजाद अवॉर्ड

उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी ने रविवार को साल 2015 के अवॉर्ड की घोषणा की है. इसके तहत पांच लाख रुपये का मौलाना अबुल कलाम आजाद अवॉर्ड मरहूम शायर निदा फाजली को दिया जाएगा.
इसके अलावा मजमुई अदबी खिदमात के लिए एक-एक लाख रुपये के पांच इनाम दिए जाएंगे. शायरी के लिए अजमल सुलतानपुरी को, मसरूर जहां को फिक्शन के लिए, फजले इमाम को शोध एवं समालोचना के लिए और बच्चों के साहित्य के लिए माहनामा नूर मैगजीन रामपुर अवॉर्ड देने की घोषणा हुई.
वहीं हास्य व्यंग के लिए नुसरत जहीर और मन्सूर उस्मानी देहली को अवॉर्ड दिया जाएगा.
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अकादमी की ओर से एक लाख पचास हजार रुपये का अमीर खुसरो अवॉर्ड पूर्व गवर्नर अजीज कुरैशी को दिया जाएगा. इसके अलावा अकादमी उर्दू में अलग-अलग विषयों पर प्रकाशित किताबों को भी अवॉर्ड देगी. इन अवॉर्डों की घोषणा करते हुए उर्दू अकादमी के चेयरमैन नवाज देवबन्दी ने इन लेखकों को अपनी ओर से बधाई दी.
गौरतलब है कि शहूर उर्दू शायर और फिल्म गीतकार निदा फाजली का 77 वर्ष की उम्र में 8 फरवरी को मुंबई में निधन हो गया. निदा फाजली का जन्म 12 अक्टूबर 1938 को दिल्ली में हुआ था.
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फाजली को शायरी विरासत में मिली थी. उनके पिता भी शेरो-शायरी में दिलचस्पी लिया करते थे और उनका अपना काव्य संग्रह भी था.
निदा फाजली साल 1964 में मुंबई आए और अल्फाजों की अपनी अनूठी जादूगरी से लोगों की नजरों में छा गए. फाजली मीर और गालिब की रचनाओं से प्रभावित थे.