मप्र में छात्रसंघ चुनाव के दौरान ज़बरदस्त हंगामा, मतदान जारी

मध्य प्रदेश के महाविद्यालयों के छह साल के बाद छात्रसंघ का चुनाव कराया जा रहा है. इसक लिए मतदान का दौर जारी है लेकिन इस दौरान अलग-अलग इलाक़ों में हो रहे हंगामे भी जारी हैं. छात्रसंघ चुनाव की प्रक्रिया सोमवार को पूरी हो जाएगी और शाम तक पदाधिकारियों के लिए मतदान के साथ नतीजे भी आ जाएंगे. इन चुनावों में जीत के लिए भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) जोर लगाए हुए हैं.
हालांकि मतदान के दौरान राज्य के कई हिस्सों में हंगामे का दौर चलता रहा. भोपाल के मुंशी प्रेमचंद्र छात्रावास से तीन छात्रों को भी कुछ छात्र अगवा कर ले गए मगर रविवार की देर रात को तीनों छात्रों को पुलिस ने खोज निकाला.
वहीं बड़वानी में आदिवासी छात्र संगठन ने महाविद्यालय का चुनाव रद्द करने की मांग की है. उनका प्रदर्शन जारी है. जबलपुर के जी. एस. महाविद्यालय के चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं. अधिकांश कॉलेजों में गहमा-गहमी है, क्योंकि लगभग छह वर्ष बाद छात्रसंघ चुनाव हो रहे हैं.
इसी तरह भोपाल में रविवार की रात को एक महाविद्यालय के प्राध्यापक का कथित ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें वे एक छात्रा से राष्ट्रहित की बात करते हुए एबीवीपी के छात्र नेता के पक्ष में मतदान करने को कह रहे हैं.
एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष विपिन वानखेड़े ने चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा है कि चुनाव निष्पक्ष न कराने वाले अधिकारियों का मुंह काला किया जाएगा. वहीं, एबीवीपी की छात्र नेता माला ठाकुर का कहना है कि महाविद्यालयों में एबीवीपी के पक्ष में माहौल है. उनका संगठन महिला, छात्रा सुरक्षा और उनको सुविधाएं उपलब्ध कराने के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहा है.