कैराना पलायन मामला: किरण रिजिजू और मेनका का यूपी सरकार पर वार

उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना में हिंदुओं के कथित पलायन के विवाद पर राजनीति तेज होती जा रही है. इस मामले में मोदी सरकार के दो मंत्रियों ने यूपी की अखिलेश यादव सरकार पर जमकर हमला किया है.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने यूपी सरकार की कार्यशैली पर उंगली उठाते हुए कहा कि यूपी सरकार को समझना चाहिए कि प्रदेश में ऐसी स्थिति क्यों पैदा हुई?
गृह राज्य मंत्री ने कहा, "राज्य सरकार को इस मामले की पूरी जांच कराके केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट भेजनी चाहिए. लेकिन मुझे लगता है कि यूपी सरकार इस मुद्दे को लेकर बहुत गंभीर नहीं है."
'तो सब पलायन कर जाएंगे'
कैराना मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू के बाद केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने भी बयान दिया है. मेनका गांधी ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "प्रदेश में ऐसे ही हालात रहे, तो जल्द ही सभी लोग पलायन कर जाएंगे."
शामली जिला प्रशासन ने रविवार को हिंदू परिवारों के पलायन के आरोपों के बाद जांच के लिए चार अलग-अलग टीमों का गठन किया है.
निजी-कारोबारी वजह से पलायन!
इस मामले में जांच के बाद शामली के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पलायन के मामले में प्रशासन ने 150 परिवारों की जांच की है, जिसमें से सभी परिवारों ने निजी काम या कारोबार की वजह से पलायन करने की बात कही है.
गौरतलब है कि इलाके के बीजेपी सांसद हुकुम सिंह ने दावा किया था कि कैराना से 346 हिंदू परिवारों का पलायन हुआ है. हुकुम सिंह के मुताबिक उत्पीड़न और भय की वजह से लोगों ने कैराना को छोड़ा है.
346 हिंदू परिवारों के पलायन का आरोप
साथ ही हुकुम सिंह ने पलायन करने वाले लोगों की लिस्ट भी जारी की है, जो 2014 के बाद से कैराना को छोड़कर चले गए हैं. सांसद हुकुम सिंह ने आरोप लगाया है कि अल्पसंख्यक समुदाय के कथित डर और धमकाए जाने के चलते कैराना के हिंदू परिवार अपनी संपत्तियों को छोड़कर दूसरी जगहों पर चले गए हैं.
सांसद ने यह आरोप भी लगाया कि बीते दिनों कैराना कस्बे में कम से कम 10 सांप्रदायिक हत्याएं हो चुकी हैं. सांसद हुकुम सिंह ने कहा था कि शामली जिले का कैराना कस्बा पिछले तीन साल में 'नया कश्मीर' बन गया.