'नोटबंदी और GST ने दिया GDP को दोहरा झटका'

नोटबंदी और जीएसटी दोनों ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर को बुरी तरह से प्रभावित किया है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को जेटली को जवाब देते हुए बातें कही.
मनमोहन सिंह ने पहले कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था केवल 'एक इंजन' पर चल रही है और वह है सार्वजनिक खर्च. उन्होंने सोमवार को बिजनेस न्यूज़ चैनल सीएनबीसी-टीवी 18 से कहा, "नोटबंदी और जीडीपी दोनों को भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है."
उन्होंने कहा, "इन दोनों ने असंगठित क्षेत्र, छोटे पैमाने पर व्यापार के क्षेत्र को प्रभावित किया है, जिसका जीडीपी में 40 फीसदी योगदान है और 90 फीसदी से अधिक रोजगार असंगठित क्षेत्र में ही है."
उन्होंने कहा, "ऐसे में जब 86 फीसदी नोट को प्रचलन से बाहर कर दिया जाए और ऊपर से जीएसटी लगा दिया जाए, जिसे जल्दीबाजी में लागू किया गया है. इसके बाद आने वाले दिनों में जीएसटी पर और ज्यादा निगेटिव प्रभाव पड़ने की संभावना है."
भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआई) को पूर्व गर्वनर रघुराम राजन ने इस महीने की शुरुआत में अनुमान लगाया था कि नोटबंदी से देश की जीडीपी 1 से 2 फीसदी तक घट जाएगी, जो लगभग 2 लाख करोड़ रुपये है. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि उन्हें नोटबंदी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
रघुराम राजन ने खुलासा किया था कि 8 नवंबर 2016 को लागू हुई नोटबंदी के बाद वो खुद अपने नोट बदलवाने अमेरिका से भारत आए थे.