#MeToo: एमजे अकबर को देना पड़ा इस्तीफा, कई महिलाओं ने लगाया था यौन शोषण का आरोप

मोदी सरकार में विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर को आखिरकार अपना इस्तीफा देना पड़ा है. उन पर कई महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगायाा था. एक दिन पहले उन्होंने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था. खबर थी कि उन्होंने प्रिया रमानी के खिलाफ कई वकीलों की टीम खड़ी की थी.
इससे पहले खबर आ रही थी कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उनपर जांच के बाद कार्रवाई की बात कही थी. हालांकि उन्हें इससे पहले ही इस्तीफा सौंपना पड़ा. अकबर ने अपने बयान में कहा कि वह आरोपों का अदालत में जवाब देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि उन पर लगाए गए आरोप झूठे हैं. उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को धन्यवाद देते हुए कहा कि विदेश मंत्री ने मुझे इस पद पर रहकर देश की सेवा करने का मौका दिया.
#MJAkbar resigns from his post of Minister of State External Affairs MEA. pic.twitter.com/dxf4EtFl5P
— ANI (@ANI) October 17, 2018
बता दें कि अकबर कई अखबार और पत्रिकाओं में संपादक रह चुके हैं. भारत में #MeToo अभियान के तहस सबसे पहले पत्रकार प्रिया रमानी ने उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. प्रिया रमानी ने 'हार्वे विन्सिटन्स ऑफ द वर्ल्ड' नाम से लिखे पोस्ट में कहा था कि एम जे अकबर ने होटल के कमरे में उनका इंटरव्यू लिया था और उन्हें शराब ऑफर की थी. इसके बाद उन्होंने बिस्तर पर उनके पास बैठने को कहा था. महिला पत्रकार ने पोस्ट में लिखा था कि अकबर अश्लील फोन कॉल्स, मैसेज और असहज टिप्पणी करने में माहिर हैं. उन्होंने हिन्दी गाने भी गाए थे.
प्रिया रमानी ने ट्वीट किया था कि एमजे अकबर ने होटल रूम में इंटरव्यू के दौरान कई महिला पत्रकारों के साथ आपत्तिजनक हरकतें की हैं. महिला ने लिखा कि कई युवा महिलाएं उनकी गलत हरकतों की भुक्तभोगी हैं. लेख के प्रकाशन के समय आरोपी का नाम नहीं दिया गया था. लेकिन अब बताया गया कि वे एमजे अकबर हैं.
First published: 17 October 2018, 16:57 IST